ज़ेर-ए-बहस राष्ट्रवाद या देशभक्ति को जनता के बीच समानता और रोजगार के सवाल से काटकर नहीं देखा जा सकतासमकालीन जनमतMarch 28, 2019 by समकालीन जनमतMarch 28, 201903095 सुजीत कुमार आरा में ‘ देशभक्ति और राष्ट्रवाद : वतर्मान संदर्भ ‘ पर विचार गोष्ठी आरा ( बिहार ). नारायण उत्सव भवन, पकड़ी, आरा में...
जनमत एक सैनिक की मौत एक नागरिक की ही मौत हैसमकालीन जनमतFebruary 16, 2019February 16, 2019 by समकालीन जनमतFebruary 16, 2019February 16, 20195 1731 शशांक मुकुट शेखर “हमारे बहादुर सैनिकों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी.”- पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद सत्ताधारी सहित देश के तमाम नेताओं ने...
जनमत ‘ भीड़-तंत्र’ को कैसे समझें !समकालीन जनमतAugust 17, 2018August 17, 2018 by समकालीन जनमतAugust 17, 2018August 17, 201802450 कॉर्पोरेट मीडिया की अगुआई में इन दिनों सत्ता के सभी संस्थान एक हाथ से साम्प्रदायिक नफ़रत बाँट रहे हैं, दूसरे हाथ से भारत की सम्पदा-सम्प्रभुता...
सिनेमा बॉलीवुड के स्टीरियोटाइप को तोड़ती ‘ राज़ी ’जावेद अनीसMay 21, 2018May 21, 2018 by जावेद अनीसMay 21, 2018May 21, 201802844 एक ऐसे दौर में जब राष्ट्रवाद की नयी परिभाषायें गढ़ी जा रही हों और देशभक्ति पर एकाधिकार जताया जा रहा हो तो 'राज़ी' रुपहले परदे...
जनमतसिनेमा राज़ी : नागरिकता और मनुष्यता का अन्तर्द्वन्द्आशुतोष कुमारMay 13, 2018May 13, 2018 by आशुतोष कुमारMay 13, 2018May 13, 201813103 नेशन फर्स्ट भूमण्डलित दुनिया का नया फैशन है। अमरीका से लेकर रूस तक इसी नारे पर चुनाव जीते जा रहे हैं। भारत में भी इन...