शख्सियत आम अवाम के शायर कैफ़ी आज़मीविष्णु प्रभाकरMay 10, 2020May 11, 2020 by विष्णु प्रभाकरMay 10, 2020May 11, 202003000 कैफ़ी आज़मी की पुण्यतिथि पर 14 जनवरी 1919. मिजवां, आजमगढ़ के जमींदार परिवार सैयद फतह हुसैन रिज़्वी और कनिज़ फातमा के घर अतहर हुसैन रिज़्वी...
शख्सियत मोहब्बत और उम्मीद के शायर फ़िराक़ गोरखपुरीविष्णु प्रभाकरMarch 3, 2020March 3, 2020 by विष्णु प्रभाकरMarch 3, 2020March 3, 20205 3233 (उर्दू के मशहूर शायर फिराक गोरखपुरी की पुण्यतिथि पर युवा कहानीकार, आलोचक विष्णु प्रभाकर का लेख। ) उर्दू शायरी में कहन पर जियादा जोर है।...
शख्सियतसाहित्य-संस्कृति अभी चलता हूँ ज़रा ख़ुद को सँभालूँ तो चलूँ: असरार-उल-हक़ ‘मजाज़’ को याद करते हुएविष्णु प्रभाकरDecember 5, 2019December 5, 2019 by विष्णु प्रभाकरDecember 5, 2019December 5, 20193 3431 (19 अक्टूबर 1911 – 5 दिसम्बर 1955) साल 1911। इसी साल दो बच्चे पैदा हुए, आगे चलकर जिन्होंने अपनी शायरी से उर्दू अदब में खूब...
ख़बरस्मृति फ़हमीदा रियाज़ का जानासमकालीन जनमतNovember 22, 2018December 2, 2018 by समकालीन जनमतNovember 22, 2018December 2, 20183 2124 अशोक पांडेय “कब तक मुझ से प्यार करोगे? कब तक? जब तक मेरे रहम से बच्चे की तख़्लीक़ का ख़ून बहेगा जब तक मेरा रंग...