समकालीन जनमत

Tag : गीतांजलि श्री

पुस्तक

रेत समाधि: मृत्यु भी जीवन का हिस्सा है! 

जनार्दन
“बरसात का पानी बूँद-बँद बढ़ता हुआ दरार के आखिरी मुकाम पर पहुँचकर ठहर जाता, बूँद की एक थैली बना पीछे से बढ़ती आती बूँदों को...
साहित्य-संस्कृति

गीतांजलि श्री के ताजा उपन्यास ‘रेत-समाधि’ पर बनारस में समीक्षात्मक चर्चा —– एक रिपोर्ट

कुसुम वर्मा
बीएचयू आईआईटी के मानविकी विभाग की तरफ से हाल ही में हिन्दी साहित्य की समकालीन चर्चित लेखिका गीतांजलि श्री के स्त्री केन्द्रित उपन्यास रेत-समाधि पर...
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