ये चिराग जल रहे हैं हुसेन, पहाड़ और सिनेमा से प्यार करने वाला चितेरानवीन जोशीJuly 25, 2020July 25, 2020 by नवीन जोशीJuly 25, 2020July 25, 202002155 ( वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक नवीन जोशी के प्रकाशित-अप्रकाशित संस्मरणों की शृंखला ये चिराग जल रहे हैं’ की तेरहवीं क़िस्त में प्रस्तुत है लखनऊ के ...
ये चिराग जल रहे हैं सल्लाम वाले कुम, केशव अनुरागीनवीन जोशीJune 6, 2020June 14, 2020 by नवीन जोशीJune 6, 2020June 14, 20202 4021 ( वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक नवीन जोशी के प्रकाशित-अप्रकाशित संस्मरणों की श्रृंखला ‘ये चिराग जल रहे हैं’ की सातवीं क़िस्त में प्रस्तुत है ‘ढोल सागर...
ये चिराग जल रहे हैं हाँ, गिर्दा, तुम्हारा होना एक दिन अवश्य सार्थक होगानवीन जोशीMay 2, 2020May 2, 2020 by नवीन जोशीMay 2, 2020May 2, 202002962 वह बड़े सपने देखने वाला अनोखा रचनाकार था. अत्यन्त सहज, सरल और सुलभ इनसान. उसके सर्वाधिक लोकप्रिय गीतों में से एक है- ‘जैंता, एक दिन...
स्मृति मैंने गिर्दा को कैसे जानाइन्द्रेश मैखुरीAugust 23, 2018August 23, 2018 by इन्द्रेश मैखुरीAugust 23, 2018August 23, 20184 3374 (गिर्दा के स्मृति दिवस 22 अगस्त पर गिर्दा की याद) बात 1994 की है. उत्तराखंड आंदोलन पूरे ज़ोर पर था. इसी बीच में उत्तराखंड आंदोलन...