●जनगीत व नुक्कड़ नाटक का भी हुआ प्रदर्शन
●आज मुम्बई की टीम के नाटक “US and Them’ से होगा नाट्योत्सव का समापन
पटना:कोरस द्वारा आयोजित तीसरे नाट्योत्सव के दूसरे दिन नाटक ‘ऐ लड़की’ का प्रदर्शन हुआ. अप्रतिम कथाकार-गद्यकार कृष्णा सोबती के उपन्यास ‘ऐ लड़की ‘ का नाट्यरूपान्तरण व निर्देशन किया था समता राय ने और प्रस्तुति थी नाट्योत्सव की आयोजक टीम ‘कोरस’ की.
‘ऐ लड़की’ आजादी के बाद के भारतीय समाज की मां-बेटी के बीच का संवाद है .अम्मो व लड़की के परिवार-जीवन-समाज-संस्कृति के संवाद से गुंथी यह कथा स्त्री-जीवन के विविध पहलुओं के स्पेस में निर्मित है. आखिरी सांसें गिन रही एक आधुनिक बुजुर्ग मां अपनी आत्मनिर्भर अविवाहित बेटी को जीवनानुभव से हासिल ज्ञान, संवेदना व समाज-सापेक्ष मन की गुत्थियां सौंप जाना चाहती है.
उस बुजुर्ग महिला का संसार अन्य बेटे-बेटी-बहु पोते-पोतियों से भरा है लेकिन वो रहती है अपनी इसी आजादख्याल पढ़ने-लिखने वाली बेटी के साथ. उसकी चाहत है कि स्त्रियों के जीवन के दृश्य-अदृश्य सुख-दुख, जैविक अनन्यता में बेटी भी रचे-बसे.
एक चरित्र नर्स सूजन का है जो अम्मो की देखभाल के लिए रखी गई है. अन्य सारे चरित्र इन्हीं तीनों के संवाद में आवाजाही करते हैं. इन्हीं तीनों के संवाद और दृश्यमान मौन के बीच नाटक आगे बढ़ता है.
दृश्य – संवादों के बीच पार्श्व से धीमे धीमे उठती बेगम अख्तर की गज़लें निर्देशक की कल्पनाशीलता का पता देती हैं जिसने कठिन सम्प्रेषण वाले व नाटकीयता के आम तौर पर अभाव वाले कथ्य को इतनी ताकत से प्रदर्शित कर दिया.
अम्मो के किरदार में समता राय और लड़की की भूमिका में मात्सी शरण के अभिनय को दर्शकों ने खूब सराहा. नर्स और डॉक्टर की भूमिका में क्रमशः तूलिका भारती और राजीव ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया. रिया अंतरा और अविका कश्यप ने भी संक्षिप्त भूमिका निभाई.
संगीत संयोजन रिया , प्रकाश व्यवस्था रौशन, मंच परिकल्पना रवि कुमार व मेकअप विनय राज का था.
‘ऐ लड़की’ के प्रदर्शन से पहले ‘ओ वुमनिया’ टीम की ओर से रूबी खातून लिखित व निर्देशित नुक्कड़ नाटक ‘ओ री चिरैया’ का प्रदर्शन कालिदास रंगालय के प्रांगण में किया गया.
पटना की ‘द स्ट्रगलर’ टीम ने अपने परिचित जोशीले अंदाज़ में जनगीत पेश किए.
दोनो ही टीमों को स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया गया.
नाट्योत्सव के दूसरे दिन भी आज खूब दर्शक उमड़े. उनमें खास तौर पर मौजूद थे आलोकधन्वा, व्यासजी मिश्रा, डॉ. सत्यजीत , डॉ. विभा सिंह, प्रीति सिन्हा, रुचि दीक्षित, मीरा मिश्रा, मीना तिवारी, आसमा खान, अफशां जबीं, विभा गुप्ता, रूपम झा, पुंजप्रकाश मुनचुन, रणधीर, मनीष महिवाल, चंद्रकांता खान, सुमंत शरण , बी बी पांडेय, प्रकाश कुमार, अलका वर्मा, नीना शरण, मधुबाल, अभिनव, शशांक मुकुट , नगमा तनवीर, अदिति पांडेय, मासूम जावेद, आकाश श्रीवास्तव, मो. आसिफ, उज्जवल कुमार , स्वाति , अन्नू कुमारी, नीतीश कुमार और अविनाश मिश्रा आदि.
आज नाट्योत्सव का समापन मुंबई की टीम ‘आरम्भ’ के नाटक ‘अस एंड देम’ (Us and Them) से होगा.
कोरस की ओर से
मात्सी शरण