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बलीन्द्र सेकिया की रिहाई और पुरुषोत्तम शर्मा को फंसाने के खिलाफ माले व किसान महासभा ने प्रदर्शन किया

भाकपा माले केंद्रीय कमिटी सदस्य व अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव असम के युवा नेता कॉमरेड बलिंद्र साइकिया की रिहाई, और अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव व विप्लवी किसान संदेश पत्रिका के संपादक कामरेड पुरुषोत्तम शर्मा को दिल्ली पुलिस द्वारा फर्जी तौर पर दिल्ली दंगों की एफआईआर में फांसने व पूछताछ के नाम पर 8 घण्टे बिठाए रखने के खिलाफ भाकपा-माले और अखिल भारतीय किसान महासभा ने 14 अगस्त को राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस मनाया।
ज्ञातव्य हो कि कामरेड बलीन्द्र सेकिया को असम के डिब्रूगढ़ ज़िले के आवास से उन्हें पांच दिन पहले गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. असम में सीएए विरोधी आंदोलन के प्रमुख कार्यकर्ता और किसान नेता कॉमरेड बलिंद्र सेकिया इन दिनों एक सड़क निर्माण परियोजना में अपनी ज़मीन गवां चुके किसानों के लिए मुआवज़े के सवाल पर धारावाहिक आंदोलनों का नेतृत्व कर रहे थे.
गिरफ्तारी से पूर्व भाजपा समर्थित गुंडों के नेतृत्व में आए एक झुंड ने इनके घर को सुबह में घेर लिया और स्थानीय पार्टी समर्थकों के आने तक उन्हें बाहर आने के लिए ललकारता रहा था. थाने में शिकायत दर्ज हुई पर उनकी गिरफ्तारी के बजाय उल्टे कॉमरेड बलिंद्र को गिरफ़्तार कर लिया गया.
कुछ दिन पूर्व असम में कार्यरत पार्टी केंद्रीय कमिटी के एक अन्य सदस्य कॉमरेड बिबेक दास को विश्वनाथ ज़िले के चाय बागान मज़दूरों व गरीबों की हालत पर महज़ एक फेसबुक पोस्ट लिखने को जुर्म बताकर मुकदमा दर्ज़ करते हुए उनका फ़ोन ज़प्त कर लिया गया.
असम में अखिल गोगोई  व बिट्टू सोनोवाल से लेकर भाकपा-माले नेता बिबेक दास व अब बलिंद्र साइकिया तक को निशाना बनाना स्पष्ट तौर पर भाजपा सरकार द्वारा संविधान व मेहनतकशों के अधिकार के लिए उठने वाली आवाज़ों के देशव्यापी दमनचक्र का हिस्सा है.
भाकपा-माले और अखिल भारतीय किसान महासभा ने इस राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस पर मांग है कि असम सरकार अखिल गोगोइ व बलिंद्र साइकिया जैसे लोकप्रिय युवा किसान नेताओं का दमन बंद करे. कॉमरेड बलिंद्र साइकिया को अविलंब बिना शर्त रिहा करे व उनके हमलावरों की गिरफ्तारी हो.
इसी तरह दिल्ली पुलिस द्वारा किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव और विप्लवी किसान संदेश के संपादक कामरेड पुरुषोत्तम शर्मा को सीसीए विरोधी आंदोलनों का समर्थन करने के कारण साजिशन दिल्ली दंगों की साजिश वाले मुकदमे से जोड़ने की निंदा की है। इसी सिलसिले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कामरेड पुरुषोत्तम शर्मा को 8 अगस्त को 8 घण्टे तक लोधी कालोनी थाने स्थित कार्यालय में पूछताछ के नाम पर बिठाए रखा।
दोनों संगठनों ने दिल्ली पुलिस द्वारा दिल्ली दंगों के असली साजिशकर्ता भाजपा नेता कपिल मिश्रा, प्रवेश वर्मा और अनुराग ठाकुर को बचाने के लिए, मजदूरों, किसानों और लोकतंत्र की रक्षा की आवाज उठाने वाले तथा सीसीए आंदोलन को समर्थन देने वाले कार्यकर्ताओं को एक सुनियोजित साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगाया। दोनों संगठनों ने मांग की कि दिल्ली पुलिस दिल्ली दंगों को भड़काने वाले भाजपा नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करे और सीएए विरोधी लोकतांत्रिक आंदोलन से जुड़े या उसे समर्थन करने वाले कार्यकर्ताओं के नाम साजिशन दिल्ली दंगों की एफआईआर से जोड़ने के कृत्य पर रोक लगाए।
दिल्ली, बिहार, झारखण्ड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, असम, त्रिपुरा, कर्नाटक, पांडुचेरी, केरल, तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हरियाणा, पंजाब आदि राज्यों में भाकपा-माले व किसान महासभा के नेताओं कार्यकर्ताओं ने  विरोध प्रदर्शन को आयोजित किया।

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