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‘कश्मीर में दमन के सौ दिन’ लखनऊ में महिला और नागरिक संगठनों ने दिखाई एकजुटता

मीना सिंह


आज दिनांक 13नवंबर को कश्मीरी अवाम के ख़िलाफ़ हुई सरकारी दमन के 100 दिन पूरे हुए हैं। उनके सवालों पर एकजुटता दिखाने के लिए और उनके संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की मांग पर आज लखनऊ के महिला संगठन ऐडवा, ऐपवा, साझी दुनिया , महिला फेडेरेशन NPAM, हमसफ़र एवं सामाजिक संगठन रिहाई मंच , एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने विचार गोष्ठी कर अपने विचार रखे ।

कार्यक्रम का संचालन ऐडवा की मधु गर्ग ने किया । गोष्ठी के आरंभ में ऐपवा की मीना सिंह ने कश्मीर में लोकतंत्र बहाली एवं कश्मीरी अवाम के जनजीवन को सामान्य सुनिश्चित करने की मांग पर प्रस्ताव रखा गया ।
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए पूर्व कुलपति और
साझी दुनिया की डा. रुपरेखा वर्मा ने कहा कि कश्मीर से धारा 370व 35A हटने के बाद यह भ्रम फैलाया गया कि अब कश्मीर आतंकवाद से मुक्त होगा ।

बेहूदे बयान आने लगे कि अब कश्मीरी लड़कियों को बीवी बना लेंगे जिससे इनकी गंदी मानसिकता सामने आ गई । इनके लिए कश्मीर एक जमीन का टुकड़ा है वहां की आबादी से उन्हें कोई मतलब नहीं है।

ऐडवा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुधा जी ने कहा कि आज कश्मीरी जो दर्द झेल रहे हैं , उनके बच्चे पैलेट गन का शिकार हो रहे हैं निर्दोषों को जेलों में ठूंसा जा रहा है किन्तु वहां की खबरें जनता तक पहुंच ही नहीं रहीं हैं । सुधा ने कश्मीर के इतिहास पर भी प्रकाश डाला । उन्होंने भाजपा के मंसूबों पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह अपने एजेंडे को पूरा करने में लगी है और वह एजेंडा हिंदू राष्ट्र का एजेंडा है ।

NPAM के अरुंधती धुरु ने कहा कि की प्रदेश जैसे हिमाचल प्रदेश , नागालैंड , उत्तराखंड जैसे अन्य कई राज्यों में भी संविधान ने विशेष प्रावधान किए हैं किन्तु कश्मीर में क्योंकि मुस्लिम बाहुल्य आबादी है इसलिए हिंदुत्व के एजेंडे के तहत उसका दमन किया जा रहा है!

रिहाई मंच के श्री शौएब ने कश्मीर की गंगा जमुनी तहजीब की की मिसालें दीं। उन्होंने कहा कि राजशाही के खिलाफ जब कश्मीरी अवाम लड़ रही थी तब आरएसएस “प्रजा परिषद” के नाम से राजा का साथ दे रही थी । उन्होंने कश्मीर के सवाल को जनता के बीच ले जाने का आह्वान किया ।इप्टा के राकेश ने मुक्तिबोध की कविता सुना कर आज के हालात का बयान किया ।

पत्रकार नासिरुददीन ने कहा कि आज हमारे देश के इतिहास को झूठ बोलकर बदलने की साज़िश की जा रही है ।

अंत में धारा 370व35A को बहाल करने की मांग , जम्मू-कश्मीर को पुनः राज्य का दर्जा देने की मांग , फौज की विशेष पावर AFPSA क़ो समाप्त करने की मांग पर व कश्मीरी जनता के साथ एकजुटता के संकल्प के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ।

आज के कार्यक्रम में जसम के साथी कौशल किशोर , अजय शर्मा , रंजना जी, कमल जी , कमलेश आदि प्रमुख लोग उपस्थित थे ।

 

(मीना सिंह उत्तर प्रदेश ऐपवा की नेता हैं)

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