सीएए – एनपीआर – एनआरसी के खिलाफ़ अखिल भारतीय लेखक-कलाकार सम्मेलन लेखकों, कलाकारों और सांस्कृतिक संगठनों की ओर से आगामी एक मार्च को 11 बजे से दिल्ली के जंतर मंतर पर होने जा रहा है।
“हम देखेंगे” के नाम से यह सम्मेलन देश भर में चल रहे सीएए-एनपीआर-एनआरसी विरोधी आंदोलनों के प्रति देश के लेखकों और कलाकारों की एकजुटता जाहिर करने और देश के सामने रचनात्मक प्रतिरोध के दूरगामी कार्यक्रम रखने के लिए किया जा रहा है। इस प्रतिरोध सम्मेलन के आख़िरी हिस्से में “जंतर मंतर घोषणा” भी लेखकों-कलाकारों की ओर से जारी की जाएगी।
आयोजक हैं : दलित लेखक संघ, जनवादी लेखक संघ, जन संस्कृति मंच, न्यू सोशलिस्ट इनीशिएटिव, इंडियन कल्चरल फ़ोरम,जन नाट्य मंच, जनसंस्कृति, विकल्प, दिल्ली विज्ञान मंच, प्रतिरोध के लिए सिनेमा, संगवारी, आल इंडिया पीपुल्स साइंस नेटवर्क और प्रगतिशील लेखक संघ.
मौक़े पर विभिन्न सांस्कृतिक समूहों की प्रस्तुतियों के अलावा अरुंधति राय, के. सच्चिदानंदन, गौहर रज़ा, अशोक वाजपेयी, भंवर मेघवंशी, गीता हरिहरन, संजय काक और कई अन्य लोगों के भाषण भी होंगे।
निवेदक : संजीव कुमार, आशुतोष कुमार, और “हम देखेंगे” आयोजक मंडल
3 comments
Comments are closed.