उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में आज सम्भावना कला मंच और महिला महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में महिला महाविद्यालय के सभागार में उद्भव शीर्षक दो दिवसीय कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 100 चित्रकारों के चित्र, मूर्ति शिल्प, स्टालेशन आर्ट प्रदर्शित हुए.
प्रदर्शनी का उदघाटन महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. सविता भारद्वाज, डॉ. गजाधर प्रसाद शर्मा ‘गंगेस ’, प्रो. राम प्रकाश कुशवाहा, डॉ. दीप्ती सिंह, डॉ. राज कुमार सिंह, डॉ. सूर्यनाथ पाण्डेय, व्यासमुनि राय, राजीव कुमार गुप्ता, संतन के. राम, सविका आब्दी आदि ने कैनवस पर चित्र बनाकर किया.
कला प्रदर्शनी में सभी कलाकारों ने समसामयिक, जन समस्याओं एवं आज के परिवेश में लडकियों की स्थिति को केंद्र मानकर प्रदर्शित किया गया है. यह प्रदर्शनी सम्भावना कला मंच एवं महिला महाविद्यालय के छात्राओं के चित्रों का एक संगम के रूप में इन्द्रधनुषीय छटा बिखेरने की कोशिश की है.
बलिया से आये प्रो. राम प्रकाश कुशवाहा ने कहा कि कला जीवन को सद्भाव पूर्वक जीने की प्रेरणा प्रदान करता है. डॉ. गजाधर शर्मा ‘गंगेस’ ने कहा कि कला सद्भावपूर्ण वातावरण में सुव्यवस्थित व संस्कारित जीवन जीने का सर्वोत्तम माध्यम है. समाज का यदि हर व्यक्ति सच्चे अर्थों में कलाकार बन जाये तो भेदभाव की सारी दीवारे स्वतः धाराशायी हो जायेंगी और सभी लोग एक गुलदस्ते की तरह तेज व समाज के लिए आकर्षण का केंद्र बन जायेंगी.
प्रदर्शनी में डॉ. राज कुमार सिंह, डॉ. सूर्यनाथ पाण्डेय, राजीव कुमार गुप्ता, सुधीर सिंह, पंकज शर्मा, आशीष कुमार गुप्ता, कृष्ण कुमार पासवान, सपना सिंह, अमरदीप पाण्डेय, रवि चौरसिया, सीमा सिंह, आनंद कुमार, शाहिद, चन्दन, नुपूर, राहुल, सुरभि, साधना, बृजेश के चित्रों ने लोगों को प्रभावित किया. कृष्ण कुमार पासवान का स्टालेशन आर्ट एक अलग ही आकर्षण का केंद्र बना रहा.
कार्यक्रम में आये सभी दर्शकों का संयोजक राज कुमार सिंह एवं संतन के. राम ने धन्यवाद ज्ञापित किया.
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