नई दिल्ली. जामिया मिल्लिया इस्लामिया में एक स्वतंत्र एवं लोकतांत्रिक जेंडर सेल के गठन के लिए छात्र संगठन आइसा ने छात्रों के बीच एक महीने लंबे सघन अभियान के बाद 23 अक्टूबर को कुलपति कार्यालय तक मार्च निकाला.
मार्च में 300 से भी अधिक छात्र-छात्राएं इस माँग के साथ शामिल हुए कि मनोनीत सदस्य के स्थान पर लोकतांत्रिक रूप से चुने हुए सदस्य ही इस जेंडर सेल के सदस्य बनेंगे.
मार्च में शामिल लोगों की मुख्य मांग थी कि विश्वविद्यालय के सभी विभागों एवं संकायों में सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन स्थापित किये जायें, छात्रों एवं विश्विद्यालय के अन्य कर्मचारियों के बीच लैंगिक जागरूकता को लेकर कार्यशाला का नियमित आयोजन हो, परिसर में महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती हो और विश्विद्यालय से लेकर महिला छात्रावास तक स्ट्रीट लाइट लगायी जाए। छात्रों ने इस अभियान के समर्थन में एकत्र किया गया 1500 से अधिक हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन स्वरूप कुलपति सौंपा।
छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने विश्विद्यालय के रजिस्ट्रार को भी अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपा। रजिस्ट्रार ने छात्रों की सभी प्रमुख मांगों को मानते हुए 2 महीने के भीतर उन्हें लिखित में करवाई का आश्वासन भी दिया, जिसमें लोकतांत्रिक जेंडर सेल के सदस्यों का चुनाव भी शामिल है।
2 comments
Comments are closed.