गया। भाकपा माले के 11 वें राज्य सम्मेलन के समापन अवसर पर भाकपा-माले के महासचिव कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य ने सम्मेलन में आये प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अगले दो साल काफी कठिन साबित होने वाले हैं, लेकिन यह समय हमारी पार्टी के विस्तार की असीम सम्भावना भरा है. यह सम्मेलन इन संभावनाओं को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है. हमें पूरी ऊर्जा के साथ आगे बढ़ना है, फासीवाद की चुनौतियों को स्वीकार करना है और चौतरफा पहलकदमियों को खोल देना है.
उन्होंने बीजीपी की बिहार में बढ़ती साजिश के खिलाफ वामपंथ को मजबूत करने और महागठबंधन को धारदार बनाने के नारे की विस्तार से व्याख्या की. कहा कि बिहार में भाजपा बुलडोजर की सरकार चलाना चाहती है, लेकिन बिहार वामपंथ के ऊर्जा का केंद्र भी है. और पूरे देश की निगाह बिहार की ओर है.
हमें अगले 2 साल के लिए गम्भीर कार्यभार लेना होगा. पार्टी की सदस्यता बढ़ाकर 2 लाख करनी है. जनसंगठनों की सदस्यता का भी विस्तार करना है. जनता के हर सवाल पर आंदोलनों की शृंखला खड़ी कर देनी है. हमारे पास अभी 12 विधायक हैं और इसका पूरी क्षमता के साथ संगठन के विस्तार में उपयोग करने की योजना बनानी चाहिए.
पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वदेश भट्टाचार्य ने इस मौके पर कहा कि यह सम्मेलन संभावनाओं से भरा हुआ है. यह वामपंथी उभार की नई संभावनाओं का रास्ता दिखाएगा. बिहार में वामपंथ की मजबूती पूरे देश को रास्ता दिखाएगा. बिहार में भाजपा को परास्त करने के लिए यह सम्मेलन नई योजना बनाये. यह क्षमता इस सम्मेलन में है. हम जब वामपंथ के नए उभार की बात करते हैं तो ऊपर से नीचे वर्गीय और सामाजिक आधार में निरंतरता बनाने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में महिला प्रतिनिधियों ने जिस बेबाक तरीके से अपनी बातें रखीं, वह सम्मेलन के लिए अच्छा संकेत है. यही पार्टी है जो महिलाओं के अधिकारों के प्रति प्रतिबद्ध है.
कामकाज की रिपोर्ट पर प्रतिनिधियों की ओर से आई बहस को समेटते हुए कॉमरेड कुणाल ने कहा कि जो भी सकारात्मक बहसें सदन की ओर से आई हैं, उसे कामकाज की रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा. पूरी पार्टी को नई ऊर्जा के साथ नए दौर में ले जाने का यह वक्त है और हमें यह उम्मीद है कि इसमें हम पूरी तरह कामयाब होंगे.
कामकाज की रिपोर्ट पर सचिव के वक्तव्य के उपरांत सदन ने ध्वनिमत से उसे पास किया.