इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश में रोजगार को लेकर युवाओं के आंदोलन से दरी योगी सरकार ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इलाहाबाद रैली से पहले ही उत्तर प्रदेश रोजगार अधिकार मोर्चा के संयोजक और इंकलाबी नौजवान सभा के प्रदेश सचिव सुनील मौर्य को गिरफ्तार कर लिया गया. सहर मौर्य के शाम को छोड़ा गया.
पिछले कुछ महीनों में यूपी मांगे रोजगार अभियान ने रोजगार के प्रश्न पर योगी सरकार के झूठ को उजागर करते हुए रोजगार से जुड़ी लड़ाईयों का साझा मंच बनाया है. दर्जनों जिलों में रोजगार अधिकार कन्वेंशन और लखनऊ में विधान सभा मार्च हुआ .जिसपर तीखा पुलिस दमन हुआ. गिरफ्तारियों और पुलिस दमन की परवाह न करते हुए युवा मजबूती से अपनी आवाज उठा रहे हैं।
इंकलाबी नौजवान सभा के प्रदेश सचिव व उत्तर प्रदेश छात्र युवा रोजगार अधिकार मोर्चा के संयोजक सुनील मौर्य ने कहा कि गिरफ्तारी से रोजगार आंदोलन को नहीं दबाया जा सकता. 25 लाख सरकारी पदों को भरने ,रोजगार न मिलने तक दस हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता देने, निजीकरण पर रोक लगाने और रोजगार को मौलिक अधिकार बनाने की लड़ाई तेज होगी.
उन्होंने कहा कि सम्मान और सामाजिक न्याय के साथ रोजगार का अधिकार आगामी विधान सभा चुनाव का पैमाना बनेगा और योगी-मोदी को यूपी के युवाओं का सामना करना पड़ेगा. लखनऊ में 23 दिसंबर को होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस से रोजगार आंदोलन के अगली रणनीति की घोषणा होगी.