समकालीन जनमत

Month : March 2025

जनमत

युवाओं की जेब और संघियों का औरंगज़ेब

समकालीन जनमत
आजकल आरएसएस ने अपने आनुसांगिक संगठनों और कार्यकर्ताओं द्वारा  औरंगजेब की कब्र के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है। जिसकी कमान  बजरंग दल और विश्व हिंदू...
साहित्य-संस्कृति

‘ भविष्य के सपनों को देखने के लिए इतिहास बोध ज़रूरी ’

‘राहुल सांकृत्यायन सृजन पीठ के सभागार में ‘सांस्कृतिक राजनीति और हाशिए का समाज’ विषय पर गोष्ठी का आयोजन मऊ। भारत जन ज्ञान-विज्ञान समिति एवं जन...
कहानी

बंद दरवाज़ा: विनीता बाडमेरा की कहानी

समकालीन जनमत
बंद दरवाज़ा विनीता बाडमेरा की कहानी सामान्य मनुष्यों के पास भी हजारों कहानियाँ होती हैं पर वह कहानी कह नहीं पाता,लिख नहीं पाता। कहानीकार उन्हीं...
कविता

वसुंधरा यादव की कविताएँ मनुष्य-जीवन के संगीत के प्रति सघन आस्था से लबरेज़ हैं

तनुज कुमार कविता की दुनिया में रचनात्मक कदम-ताल की इतिश्री के कई रास्ते हैं. यहाँ अभिजात्य और कुरूप के बीच द्वंद्व भी है और साम्य...
ख़बर

साउथ एशिया पीजेंट फेडरेशन ने काठमांडू में राजशाही समर्थकों की हिंसा की निंदा की

नई दिल्ली। साउथ एशिया पीजेंट फेडरेशन (एस ए पी एफ) ने 28 मार्च को काठमांडू में राजशाही समर्थक ताकतों द्वारा की गई हिंसा और लूटपाट...
कहानी

अरहर की दाल ( कहानी)

समकालीन जनमत
आलोक कुमार श्रीवास्तव  एंड्रॉएड फोन पास न होने का दर्द इन दिनों अक्सर ही सतह पर आ जाता है। मन में एक कचोट-सी उठती है।...
जनमत

बिहार चुनाव भारत के लिए बेहद अहम- दीपांकर भट्टाचार्य

समकालीन जनमत
भाकपा (माले) महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य बताते हैं कि बिहार का चुनाव भारत के भविष्य के लिए बेहद अहम है.यह चुनाव देश के संविधान, आज़ादी और...
ख़बर

तीन सौ साल पहले मर चुके एक बादशाह की कब्र पर दंगा

( मुगल बादशाह औरंगजेब   की कब्र को लेकर पैदा हुए विवाद और महाराष्ट्र में जारी सांप्रदायिक लपटों की जड़ों की तलाश करती हुई अभिनय देशपांडे...
ख़बर

‘ अंधास्था, उन्माद, पाखण्ड के महिमामंडन से समाज पर खतरनाक प्रभाव होता है ’

समकालीन जनमत
तहबरपुर (आज़मगढ़)। नवापुरा विद्यालय पर भगत सिंह और उनके साथियों के शहादत दिवस पर 23 मार्च को गोष्ठी और सांस्कृतिक सन्ध्या का आयोजन किया गया।...
ख़बर

दक्षिण एशिया में खाद्य संप्रभुता, जलवायु न्याय और किसानों के अधिकारों के लिए जारी हुआ  “ काठमांडू घोषणा पत्र ”

समकालीन जनमत
दक्षिण एशिया किसान फेडरेशन सम्मेलन में नेपाल से डॉ प्रेम दंगाल अध्यक्ष और भारत से पुरुषोत्तम शर्मा महासचिव चुने गए. . काठमांडू। नेपाल की राजधानी...
कहानी

आला-बाला-मकड़ी का जाला

समकालीन जनमत
अमित श्रीवास्तव  (इस कहानी को एआई -चैट जीपीटी- 04 O- के सहयोग से लिखा गया है।) साहिबान-ए-करम, मेहरबान, और कद्रदान! मैं हूँ दास्ताँ तराश—एक अदना...
जनमत

‘ फूट डालो, राज करो ’ के औपनिवेशिक फंदे से सावधान !

संसद में महत्वपूर्ण बजट-सत्र चल रहा है। ट्रम्प प्रशासन रोजाना भारत को अपमानित कर रहा है और हमारे आर्थिक हितों पर चोट कर रहा है।...
कविता

सुप्रिया मिश्रा की कविताएँ प्रेम में सहारे की नहीं साथीपन की तलाश हैं

समकालीन जनमत
नाज़िश अंसारी अनुभव सिन्हा निर्देशित “तुम बिन” फिल्म की ग़ज़ल “कोई फ़रियाद तेरे दिल में दबी हो जैसे” में बहुत पहले ही हीरो ने हीरोइन...
ज़ेर-ए-बहस

इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला स्तब्धकारी

समकालीन जनमत
दिनांक 17 मार्च को इलाहाबाद हाईकोर्ट के माननीय न्यायाधीश राम मनोहर नारायण मिश्र के द्वारा नाबालिग बच्ची के खिलाफ यौन शोषण के मामले में अपने...
जनमत

‘नयी कहानी आन्दोलन और मार्कण्डेय की कहानियाँ’ विषय पर हुआ संवाद

दुर्गा सिंह
इलाहाबाद।  प्रसिद्ध कहानीकार मार्कण्डेय की पुण्यतिथि के अवसर पर एक संवाद-गोष्ठी का आयोजन हिन्दुस्तानी एकेडमी के गाँधी सभागार में किया गया। इस अवसर पर मार्कण्डेय...
ज़ेर-ए-बहस

‘प्रोजेक्ट चीता’ मनुष्यों और पशुओं दोनों के लिये अनैतिक एवं अनुचित हैः अध्ययन  

आथिरा पेरिंचेरी स्थानीय लोगों से इस प्रोजेक्ट के बारे में न तो कोई सलाह-मशविरा किया और न ही उन्हें इसकी कोई जानकारी ही दी गयी...
कविता

शिवांगी गोयल की कविताएँ और स्त्री अस्तित्व का आधुनिक स्वर

समकालीन जनमत
माया मिश्र आज जब हम इक्कीसवीं सदी का एक चौथाई हिस्सा जी चुके हैं तब यह प्रश्न अपने समूचेपन में हमारे सामने बार बार खड़ा...
ख़बर

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस : उत्सव से अधिक संघर्ष के संकल्प का दिन

लखनऊ। महिलाओं को समाज में जो स्पेस मिला है। उसके पीछे उनका संघर्ष है। धर्म, राज्य, जाति आदि की सत्ताएं अवरोधक रही हैं। वह आज...
ख़बर

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस : ऐपवा ने प्रदर्शन ,मार्च , सम्मेलन आयोजित कर महिला अधिकारों की आवाज बुलंद की

लखनऊ। ऐपवा ने आठ मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस प्रदेश के कई जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए। इस मौके पर उत्तर प्रदेश में बढ़ती हिंसा...
पुस्तक

‘गीली मिट्टी पर पंजों के निशान’: विडंबनाओं को कविता की ताकत बनाता कवि

उमा राग
 कुमार मुकुल ‘गंगा सहला रही है मस्जिद को आहिस्ते आहिस्ते । सरकार ने अब वुजू के लिए साफ़ पानी की सप्लाई करवा दी है’ ‘एक...
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