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व्यापक आंदोलन विकसित करने में निर्णायक भूमिका निभाएगी युवा स्वाभिमान पदयात्रा

युवा स्वाभिमान पदयात्रा की ऑनलाइन बैठक में 20 जिलों के प्रतिनिधि शामिल हुए, पदयात्रा को अधिकतम लोगों तक पहुंचाने व रोजगार के अधिकार की लड़ाई को मजबूत करने की बनी योजना

प्रयागराज। युवा स्वाभिमान पदयात्रा की तैयारी के लिए आज हुई ऑनलाइन बैठक में में 20 जिलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में सभी नौजवानों ने एकमत होकर इस दौर में व्यापक आंदोलन विकसित करने पर जोर दिया और इस पदयात्रा से उम्मीद की कि यह इस दिशा में एक ठोस कदम होगा. इसके लिए वैचारिक, आर्थिक सहयोग के साथ सोसल मिडिया पर अभियान चलाने की योजना बनी.

बैठक में युवा स्वाभिमान मोर्चा के संयोजक डॉ. आरपी गौतम, सह संयोजक सुनील मौर्य, इंकलाबी नौजवान सभा (इनौस ) के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, आइसा के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश पासवान, रिहाई मंच के महासचिव राजीव यादव, रविंद्र सिंह, अब्दुल्लाह अंसारी, हर्षित आजाद, विनोद कुमार यादव, पूजा सिंह, शारिक सिद्दीक़ी, सरिता यादव, सतीश सिंह, अजीम मोहम्मद कुलदीप सिंह, मनीष कुमार, सोनू यादव, बांकेलाल यादव, सहर फ़ातिमा, हर्षित आजाद, शाहरुख अहमद आदि साथी शामिल हुए।

युवा स्वाभिमान मोर्चा के संयोजक आर पी गौतम ने आज के परिस्थिति में नौजवानों के हालात पर बात रखी। उन्होंने कहा कि आज हमारे देश और प्रदेश के मुखिया ही जो बात कहते हैं उससे ही पीछे हट जाते हैं। मुख्यमंत्री के आश्वासनों पर नौजवानों को भरोसा नहीं रहा। उन्होंने 3 महीने में विज्ञापन जारी करने और 6 महीने में भर्ती पूरी करने की बात कही है लेकिन यह पूरी होते हुए नहीं दिखती।

रिहाई मंच के महासचिव राजीव यादव ने कहा कि सरकार युवा विरोधी नीतियों को लागू करने के साथ दमनकारी कानून यूपीएसएसएफ भी ला रही है जिससे कोई आवाज़ भी न उठा सके। इससे निपटने के लिए हमको व्यापक एकजुटता बनाना होगा जिससे हम नौजवानों के आंदोलन को मुकाम तक ले जा सकें।

इनौस के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने युवा स्वाभिमान पदयात्रा के समर्थन में लखनऊ, रायबरेली, चंदौली, गोरखपुर, बलिया समेत प्रदेश के अन्य कई जिलों में पदयात्रा, गोष्ठी व सभा आयोजित कर समर्थन देने की बात कही।

 

आइसा के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश पासवान ने छात्रों युवाओं पर चौतरफा बढ़ रहे संकट को इंगित करते हुए कहा कि शिक्षा व रोज़गार की लड़ाई को शहर से लेकर गांव तक लड़ने की जरुरत है इसके लिए इलाहाबाद, बनारस, लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों को आगे बढ़कर भूमिका लेनी होगी।

युवा स्वाभिमान मोर्चा ने किसानों व मजदूरों के प्राप्त अधिकार को संसद में कानून बनाकर ख़त्म करने की कड़ी निंदा करता है और किसानों -मजदूरों के आंदोलन का पूर्ण समर्थन करता है।

स्वाभिमान मोर्चा के सहसंयोजक सुनील मौर्य ने छात्र -युवा संगठनों, प्रतियोगी आंदोलनों, छात्र -युवा नेताओं से पदयात्रा का समर्थन -सहयोग करने की अपील की।

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