नई दिल्ली। लेखकों और कलाकारों के संगठनों द्वारा देश भर में चल रहे सीएए-एनपीआर-एनआरसी विरोधी आंदोलनों के प्रति एकजुटता जाहिर करने और देश के सामने रचनात्मक प्रतिरोध के दूरगामी कार्यक्रम के लिए घोषणा पत्र जारी करने के उद्देश्य एक मार्च को पूर्वान्ह 11 बजे से दिल्ली के जंतर मंतर अखिल भारतीय लेखक कलाकार सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है. सम्मेलन का नाम ‘ हम देखेंगे ‘ दिया गया है.
पूरे देश के लेखकों-कलाकारों से सम्मेलन में शामिल होने के लिए के लिए दलित लेखक संघ, जनवादी लेखक संघ, जन संस्कृति मंच, न्यू सोशलिस्ट इनिशिएटिव, प्रगतिशील लेखक संघ, इंडियन कल्चरल फोरम, जन नाट्य मंच, विकल्प, दिल्ली विज्ञान मंच ने अपील जारी की है. इस आयोजन में कई और संगठन भी जुड़ रहे हैं.
साहित्यिक-सांस्कृतिक संगठनों द्वारा जारी अपील में कहा गया है कि सीएए-एनपीआर- एनआरसी परियोजना हमारे राष्ट्रवाद और लोकतंत्र दोनों के सामने आई सबसे कठिन चुनौती है, लेकिन खुशी की बात यह है कि देश भर में करोड़ों लोग, खासतौर पर महिलाएं और नौजवान -इस परियोजना के खिलाफ प्रतिरोधी सत्याग्रह में उतर चुके हैं. यह जरूरी है कि देश भर के लेखक कलाकार इन प्रतिरोधों के प्रति अपना नैतिक और सैद्धांतिक समर्थन व्यक्त करें और इस आन्दोलन के सक्रिय सहभागी के रूप में खुद को देश के सामने उपस्थित करें.