कविता सपना भट्ट की कविताएँ: निर्मम हक़ीक़त के मध्य जीवन की आर्द्रता बचाने की जद्दोजहदसमकालीन जनमतJuly 11, 2021July 11, 2021 by समकालीन जनमतJuly 11, 2021July 11, 202101498 मंजुला बिष्ट हमारा मौजूदा समय मानवीय संघर्ष के साथ अदृश्य स्वास्थ्य शत्रु की गिरगिटिया गिरफ्त में है। हमारे समक्ष सपनों व निर्मम हकीकत के मध्य...
कविता स्त्री जीवन के यथार्थ को दर्शाती मंजुला बिष्ट की कविताएँसमकालीन जनमतJune 13, 2021June 13, 2021 by समकालीन जनमतJune 13, 2021June 13, 202101379 सोनी पाण्डेय मैं अक्सर सोचती हूँ कि पुरुषवादी समाज में हमेशा से औरतों का आंकलन ऐसा क्यों रहा कि वह कहने को विद्या की...