स्मृति “ मैं जिन्दा हूँ, जिन्दा रहूँगा/भेष बदल सकता हूँ/उद्देश्य नहीं/चित्र बदल सकता हूँ,/चरित्र नहीं ”कौशल किशोरJuly 9, 2022July 9, 2022 by कौशल किशोरJuly 9, 2022July 9, 2022029 पांच जुलाई को जब लखनऊ के बुद्धिजीवी, सामाजिक कार्यकर्ता चिन्हट क्षेत्र में एकत्र होकर 1857 में अवध खासतौर से लखनऊ की जनता के बहादुराना संघर्ष...
ख़बर श्रद्धांजलि सभा में कवि बी एन गौड़ को याद किया गयासमकालीन जनमतJanuary 8, 2020January 8, 2020 by समकालीन जनमतJanuary 8, 2020January 8, 20205 1839 लखनऊ। ‘ कवि बी एन गौड़ के अन्दर एक बेचैनी थी जो संघर्षशील व ईमानदार आदमी के अन्दर होती है। उनकी बेचैनी को अपने पत्रकार...
ख़बर ‘क्रान्तिरथी’ और ‘मैं 1857 बोल रहा हूं’ के रचनाकार कवि बी एन गौड़ नहीं रहेसमकालीन जनमतJanuary 3, 2020 by समकालीन जनमतJanuary 3, 202002259 लखनऊ, 3 जनवरी। ‘हर शोषण के उत्पीड़न के/हो विरुद्ध जो क्रान्ति वो सुन्दर है/धरती जब ज्वालामुखी बनती/तब जानो कि ज्वाला भी अन्दर है/इस भाँति...