कविता कठिन भरपाइयों की कोशिश हैं अमर की कविताएँसमकालीन जनमतJune 14, 2020June 15, 2020 by समकालीन जनमतJune 14, 2020June 15, 202004909 विनोद विट्ठल मनुष्य ने सामुदायिकता और साझा करने के विरल मूल्यों से जो कुछ हासिल किया था उस सबको कोरोना-काल में बुरी तरह से खो...
कविताजनमत विनोद विट्ठल की कविताएँ: स्मृति के कोलाज में समय का चेहराउमा रागJuly 14, 2019July 14, 2019 by उमा रागJuly 14, 2019July 14, 201913621 लीना मल्होत्रा प्रथम दृष्टया विनोद विट्ठल की कविताएँ सूचनाओं से भरपूर दिखती हैं, किन्तु गहरे उतरने पर उन सूचनाओं से लिपटी स्मृतियाँ, स्मृतियों में छिपे...