समकालीन जनमत

Tag : Prabhat Prateet

कविता

प्रभात प्रणीत की कविताएँ अपने समय की विडंबनाओं की परख हैं

समकालीन जनमत
कुमार मुकुल जिस तरह चंद्र किसान जीवन के नये कवि हैं उसी तरह प्रभात प्रणीत नागर जीवन की नूतन आवाज हैं। चंद्र की कविताएँ अगर...
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