समकालीन जनमत

Tag : naya bhakti sutr

व्यंग्यसाहित्य-संस्कृति

नया भक्ति-सूत्र

समकालीन जनमत
औढर  अफ़वाह आत्मा की तरह होती है. उसे किसी ने देखा नहीं होता, लेकिन सभी उसमें यकीन करते  हैं. अफ़वाह आत्मा की तरह अजर-अमर होती...
Fearlessly expressing peoples opinion