कवितासाहित्य-संस्कृति उमेश पंकज का कविता पाठ: ‘मेहतर से नहीं कोई इंसान बेहतर’कौशल किशोरAugust 25, 2019August 25, 2019 by कौशल किशोरAugust 25, 2019August 25, 201903687 लखनऊ, 25 अगस्त। ‘वह पेड़ पर चढ़ कर/हरा बन गयी…..पेड़ से वह गिर गयी/रोप दी गयी मिट्टी में/वह फिर से उग रही है/उस तरह जिस...
कवितासाहित्य-संस्कृति वीरेनियत-3: अंत:करण के आयतन को विस्तारित करती कविताओं की शामसमकालीन जनमतOctober 1, 2018October 1, 2018 by समकालीन जनमतOctober 1, 2018October 1, 201802531 वीरेन डंगवाल स्मृति में आयोजित जसम का सालाना कार्यक्रम बीते 28 सितंबर को आयोजित यह वीरेनियत नाम से तीसरा जलसा था। जन संस्कृति मंच की...