कविता सच के रास्तों ने दुर्गम ही बनाया है जीवन को : ज्योति चावला की कविताएँसमकालीन जनमतAugust 13, 2023August 13, 2023 by समकालीन जनमतAugust 13, 2023August 13, 20230209 अनुपम त्रिपाठी ‘यह उनींदी रातों का सफर है’ ज्योति चावला का नया कविता संग्रह है। इस संग्रह में उनकी पचास कविताएँ संकलित हैं जोकि उनके...
कविता प्रदीप सैनी की कविताएँ अपने समय में फैलाई जा रही अविश्वसनीयता के ख़िलाफ़ प्रतिरोध दर्ज करती हैंसमकालीन जनमतMarch 27, 2022March 27, 2022 by समकालीन जनमतMarch 27, 2022March 27, 2022082 अनुपम त्रिपाठी एक छोटी सी कहानी से बात शुरू करूँ। एकबार जंगल के सभी जानवर पुराने राजा यानी शेर से बहुत तंग आ गए। तो...
कविता सतीश छिम्पा की कविताएँ अपने समय से किये गए बेचैन सवाल हैंसमकालीन जनमतSeptember 12, 2021September 12, 2021 by समकालीन जनमतSeptember 12, 2021September 12, 20210585 अनुपम त्रिपाठी सतीश जी राजस्थान के रहने वाले हैं. इनके तीन कविता संग्रह ‘लहू उबलता रहेगा’ (फिलिस्तीन के मुक्ति संघर्ष के लिए), ‘लिखूंगा तुम्हारी कथा’, ‘आधी...
कविता गोलेन्द्र की कविताएँ: अपनी बोली में जनता के दुखों और आक्रोश को ज़ाहिर करती नयी कलमसमकालीन जनमतJune 27, 2021June 27, 2021 by समकालीन जनमतJune 27, 2021June 27, 202101220 अनुपम त्रिपाठी समकालीन जनमत के लिए ‘नई कलम’ में आज बात करते हैं गोलेन्द्र पटेल की कविताओं पर। कई बार कच्चेपने की अपनी एक अलग...
कविता अशोक तिवारी की कविताओं का तेवर नुक्कड़ कविता का हैसमकालीन जनमतJuly 5, 2020July 7, 2020 by समकालीन जनमतJuly 5, 2020July 7, 202003357 अनुपम त्रिपाठी अशोक तिवारी हमारे दौर के चर्चित कवि हैं। अब तक इनके तीन कविता संग्रह आ चुके हैं- सुनो अदीब (2003), मुमकिन है (2009),...