कहानीज़ेर-ए-बहस हेमन्त कुमार की कहानी ‘ रज्जब अली ’ में सामंती वैभव देखना प्रतिक्रियावाद को मजबूत करना हैसमकालीन जनमतJuly 30, 2018July 30, 2018 by समकालीन जनमतJuly 30, 2018July 30, 201802986 कहानी में मूल समस्या साम्प्रदायिकता है. यह कहानी हमारे समय के लिहाज से एक बेहद जरूरी कहानी है. इसलिए जरूरी यह है कि इस कहानी...
कहानी सामंती वैभव के प्रति नॉस्टेल्जिया से ग्रस्त है कहानी ‘ रज्जब अली ’डॉ रामायन रामJuly 25, 2018July 29, 2018 by डॉ रामायन रामJuly 25, 2018July 29, 201803036 ‘ रज्जब अली ’ कहानी में कथाकार बड़ा आख्यान रचने की कोशिश में कई ऐसी गलतियाँ कर बैठे हैं जिसकी वजह से अपने बड़े उद्देश्य...