ज़ेर-ए-बहस क्या शराब की बिक्री से ही सम्भव होती है कर्मचारियों की तनख्वाह ?इन्द्रेश मैखुरीMay 21, 2020May 21, 2020 by इन्द्रेश मैखुरीMay 21, 2020May 21, 202001128 एक जमाने में पंकज उदास की गायी यह गज़ल काफी लोकप्रिय हुई थी : हुई मंहगी बहुत शराब थोड़ी-थोड़ी पिया करो लॉकडाउन में शराब की...
ख़बरज़ेर-ए-बहस शराब पर्वतीय क्षेत्रों में पूरे सामाजिक तंतु को ही तहस-नहस कर रही हैइन्द्रेश मैखुरीSeptember 28, 2019September 28, 2019 by इन्द्रेश मैखुरीSeptember 28, 2019September 28, 20196 2512 बीते दिनों देहारादून में जहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मौत हो गयी. इससे पहले इसी साल फरवरी के महीने में रुड़की में जहरीली...