ज़ेर-ए-बहस जेल का भय रिश्ते का आधार नहीं, संवैधानिक नैतिकता से बनेगा लोकतांत्रिक समाजकविता कृष्णनSeptember 29, 2018September 29, 2018 by कविता कृष्णनSeptember 29, 2018September 29, 201802351 अगर हमारे कानून सामाजिक नैतिकता के आधार पर बनने लगे तो सोचिए कि हमारे समाज का क्या होगा ! क्योंकि सामाजिक नैतिकता तो अक्सर यही...
ज़ेर-ए-बहस समलैंगिक और ट्रांस जेंडर लोगों के सम्मान और बराबरी के अधिकार पर हमला है सेक्शन 377कविता कृष्णनJuly 12, 2018July 12, 2018 by कविता कृष्णनJuly 12, 2018July 12, 201801947 1917 के रूसी क्रांति के बाद रूस की क्रांतिकारी सरकार ने समलैंगिकता को अपराध के दायरे से बाहर किया. भारत में समलैंगिकता को अपराध बनाने...