स्मृति अज़ीम कवि एवं फ़िल्मकार बुद्धदेव दासगुप्तासमकालीन जनमतJune 11, 2021June 12, 2021 by समकालीन जनमतJune 11, 2021June 12, 20210853 प्रशांत विप्लवी जब फ़िल्मों का बहुत ज्यादा इल्म नहीं था तब भी बहुत सारी महत्त्वपूर्ण फिल्में देखने की क्षीण स्मृति है। विकल्पहीनता कई बार वरदान...
कविता तनुज की कविताएँसमकालीन जनमतMay 30, 2021May 30, 2021 by समकालीन जनमतMay 30, 2021May 30, 202102098 प्रशांत विप्लवी “कविता की नब्ज़ को छूकर हम महसूस कर सकते हैं कि उसमें हमारा कितना रक्त, कितने ताप और दबाव का प्रवाह दौड़ रहा...