भोजपुर। मेहन्दौरा, डेढ़ुआ, मिल्की टोला और कन्या उर्दू प्राथमिक विद्यालय, अजीमाबाद के भवन निर्माण, सात घंटी पढ़ाई व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की गारंटी करने के सवालों को लेकर चार मई को ‘ सड़क पर स्कूल आंदोलन ‘ कि एक बार फिर शुरुआत हुई। भाकपा माले विधायक मनोज मंजिल के नेतृत्व में सैकड़ों छात्र-छात्राएं, अभिभावक किरकिरी-अजीमाबाद की सड़क पर सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक बैठे रहे।
आंदोलन के समर्थन में दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दी और बच्चों के साथ सड़क पर बैठे। सड़क पर स्कूल चला और पढ़ाई हुई। छात्र -छात्राओं ने अपने विद्यालयों कि समस्या रखी।
सड़क पर स्कूल आंदोलन में अज़ीमाबाद ,किरिकिरी ,मेहन्दौरा, डेढ़आ , करबासिन , मेघरियाँ , बागा और मिल्की टोला गांव के छात्र -छात्राएं और अभिभावक शामिल हुए।
रात आठ बजे मौके पर पहुंचे शिक्षा विभाग के कार्यक्रम पदाधिकारी, बीडीओ, सीओ,कनीय अभियंता से दो घंटे की बातचीत के बाद सभी मांग मान ली गई।
अधिकारियों ने प्राथमिक विद्यालय, मिल्की टोला और अनुसूचित जाति प्राथमिक विद्यालय डेढ़ुआ की जमीन की एनओसी दी। शिक्षा विभाग के डीपीओ ने हाई स्कूल,चिलहर को लेने की घोषणा की।
अधिकारियों ने कहा कि एक महीने के अंदर प्राथमिक विद्यालय,मेहन्दौरा का निर्माण कार्य और संचालन शुरू हो जाएगा।
अधिकारियों के देर से आने पर छात्र -छात्राओं और अभिभावकों ने आक्रोश प्रकट किया। छात्राओं ने कहा कि हम लोग सुबह 10 बजे से सड़क पर हैं और आप लोग रात आठ बजे आ रहे हैं। आपकी बेटी सड़क पर बैठी रहती तब भी आप इतनी देर से आते ? अधिकारियों ने देर से आने के लिए माफी मांगी।
छात्रा निक्की और अंजली ने कहा कि उनके गाँव मेहन्दौरा में स्कूल नहीं है जिससे उनके छोटे भाई-बहन स्कूल नहीं जा पाते।
सुरुचि , प्रियंका, सुमन, काजल, ज्योति, पिंकी, शाहीन, राजकुमारी, अंजली, निक्की,अनु , रौशनी प्रवीन, मन्तशा प्रवीन, सूफी शाहीन,आसिया प्रवीन,तान्या प्रवीन, नेहा प्रवीन,अर्चना कुमारी,आराधना कुमारी, शबनम प्रवीन,रोजी प्रवीन,लालमुनी कुमारी, प्रिया कुमारी, नेहा कुमारी, मुस्कान प्रवीन, सुष्मिता कुमारी, काजल कुमारी, प्रीति कुमारी,सानिया प्रवीन, निकहत प्रवीन, अंजली, सुमन, प्रियंका, जानकी, जानवी, सोनाली, आनंद कुमार, अनुराग, आकाश, विकाश नीरज , दीपक, निभा, विनीता,सोना कुमारी ने कहा कि प्राथमिक विद्यालय, मेहन्दौरा अनुसूचित जाति प्राथमिक विद्यालय,डेढ़ुआ का जल्द भवन बनाना चाहिए। न्यू प्राथमिक विद्यालय,मिल्की टोला के लिए जमीन आवंटित कर उसका भवन बनाया जाय। जर्जर हो चुके कन्या उर्दू प्राथमिक विद्यालय,अजीमाबाद का नया भवन बने। सभी स्कूलों में सात घंटी पढ़ाई, नियमित रूप से वर्ग संचालन ,पीने के पानी,शौचालय और मूलभूत सुविधाओं की गारंटी की जाए।
छात्र-छात्राओं और अभिभावकों ने बताया कि हाई स्कूल करबासिन में सिर्फ एक शिक्षक हैं। हाई स्कूल की छात्राओं को फर्श पर बैठना पड़ता है। शौचालय उपयोग लायक नहीं है। खेल मैदान नहीं है। स्कूल के सामने के गड्ढे को भरकर खेल मैदान बनाया जाना चाहिए।
शालिग्राम हरगौरी उच्च विद्यालय,चिलहर में उर्दू,हिंदी,संस्कृत के शिक्षक नहीं हैं। यहाँ कंप्यूटर की पढ़ाई नहीं होती। स्कूल में न हाजरी लगती है न प्रार्थना होती है। दो से तीन घंटी ही पढ़ाई होती है,वो भी नियमित रूप से नहीं।
छात्र-छात्राओं से नामांकन,प्रैक्टिकल आदि के नाम पर अवैध वसूली की गई है। प्रैक्टिकल के नंबर देने में जाति और धर्म के नाम पर भेदभाव किया जाता है। स्मार्ट क्लास नहीं चलता है। हाई स्कूल में हिंदी व्याकरण,अंग्रेजी व्याकरण की पढ़ाई नही होती ।
उर्दू मिडिल स्कूल,अजीमाबाद में बेंच-डेस्क नहीं है जिसकी वजह से उर्दू विषय की छात्राओं को फर्श पर बैठना पड़ता है। यहाँ गणित के शिक्षक नहीं है। पेयजल की समस्या है। स्कूल के गेट से बालू घाट का रास्ता जाता है जिससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। बालू घाट से उड़ने वाली धूल से छात्र -छात्राओं और शिक्षकों को काफी दिक्कत हो रही है और वे बीमार हो रहे हैं। स्कूल गेट के सामने से बालू घाट का रास्ता बंद किया जाए।
इस मौके पर भाकपा माले विधायक मनोज मंज़िल ने कहा कि स्कूल के निर्माण और अपने भविष्य के लिए लड़ रहे छात्र-छात्राओं के प्रति प्रशासन संवेदनहीन है।
आंदोलन में रघुवर पासवान, संजय , माले जिला कमिटी सदस्य दसई राम,नागेंद साव,भोला यादव,विष्णु मोहन,सुनील पासवान,जय कुमार यादव,किरकिरी मुखिया प्रतिनिधि सज्जाद अनवर,अंजय मेहता,प्रोफेसर डॉ. दूध नाथ चौधरी,जन संस्कृति मंच के राजू रंजन,गोपाल केशरी, अंजय मेहता,माले नेत्री कुशुम कुंवर,युवा नेता अमित यादव,अप्पू यादव,सनोज चौधरी,रमेश चौधरी,नौशाद,अमीर इमाम आदि शामिल थे।