रायबरेली। पुलिस के दबाव को दरकिनार करते हुए इंकलाबी नौजवान सभा (इनौस ) ने आज रोज़गार के अधिकार के लिए युवा रोज़गार अधिकार सम्मेलन का आयोजन मुंशीगंज शहीद स्मारक पर किया। पुलिस लगातार दबाव बना रही थी कि सम्मेलन न किया जाए लेकिन युवा आयोजन स्थल पर पहुँच गए और सम्मेलन किया।
सम्मेलन में युवा स्वाभिमान मोर्चा के सह संयोजक सुनील मौर्य ने कहा कि प्रदेश का नौजवान सड़क पर है और सरकार युवाओं की बात सुनने के बजाय अपनी बात पर भरोसा दिलाना चाहती है। सरकार रोजगार देने के आंकड़े को बढ़ा-चढ़ा कर पेश कर रही है। नौजवान बेरोज़गार हैं और सरकार करोड़ों रोज़गार देने का दावा कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार सम्मानजनक रोज़गार देने के बजाय भीख मांगने, पकोड़ा तलने, पत्तल बनाने को भी रोजगार में गिनती कर आंकड़े को लोकलुभावन तरीके से प्रस्तुत कर रही है।
उन्होंने भ्रष्टाचार मुक्त परीक्षा होने के दावे को भी गलत बताते हुए कहा की पेपर आउट कराने वाले को सरकार बचाने का ही काम करती दिख रही है।
इंकलाबी नौजवान सभा रायबरेली के संयोजक उदयभान चौधरी ने प्रशासन द्वारा कार्यक्रम न करने के दबाव बनाने की कड़ी निंदा करते कहा कि पुलिस के दम पर रोज़गार अधिकार की लड़ाई व नौजवानों की आवाज़ को सरकार नहीं दबा सकती है। नौजवान सरकार की झूंठी घोषणा से संतुष्ट नहीं हो सकते।सम्मानजनक रोज़गार की गारंटी सरकार को करनी चाहिए।
सम्मेलन में कहा गया कि 28 सितंबर से इलाहाबाद में चंद्रशेखर आजाद पार्क से शुरू पदयात्रा होगी, जो 02अक्टूबर को रायबरेली होते हुए लखनऊ पहुंचेगी। इस पदयात्रा की तैयारी में गांव से लेकर शहर तक छात्रों -युवाओं से जनसंपर्क कर पर्चे बांटे जा रहे हैं और पोस्टर लगाया जा रहा है।
इस यात्रा के जरिए सम्मान जनक रोजगार को मौलिक अधिकार बनाने, डॉ.अंबेडकर राष्ट्रीय शहरी रोजगार गारंटी कानून (DANUEGA) (डनुएगा) बनाने, रोज़गार न देने तक युवा स्वाभिमान भत्ता प्रतिमाह रु.18000 का कानून बनाने, पाँच वर्ष तक संविदा पर नौकरी का प्रस्ताव रद्द करने, रिक्त पड़े सभी पदों को शीघ्र भरने, आयोगों -बोर्डों को भ्रष्टाचार मुक्त, नियमित,पारदर्शी व जवाबदेह बनाने, छह माह में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने, फार्म का दाम मुफ़्त करने, एडमिट कार्ड को यात्रा पास घोषित करने, लैटरल इंट्री पर रोक लगाने, रोज़गार के सभी लंबित मामले को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट बनाकर यथाशीघ्र निपटाने, नौकरियों में समुचित आरक्षण देने, बैकलॉग की भर्तियों को तत्काल भरने, ठेका प्रथा समाप्त करने, आशा, आंगनबाड़ी, रसोइया, सफाई कर्मी, रोज़गार मित्र,सहित सभी स्कीम वर्कर्स को स्थायी करने, चतुर्थ श्रेणी की भर्ती पर रोक का प्रस्ताव वापस लेने की मांग उठाई जाएगी।
युवा सम्मेलन में राम सिंह, अहमद सिद्दिकी, कंचन, कीर्ति, संदीप यादव, धर्मेंद्र, आलोक, टीपू सुल्तान, पिंटू पासी, लवली, कुलदीप,आदर्श आदि लोग शामिल रहे।