प्रयागराज। इंकलाबी नौजवान सभा (इनौस ), ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा ) से जुड़े छात्र -युवाओं ने भारत बंद के समर्थन में आज ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज गेट से शुक्ला मार्केट सब्जी मंडी तक़ जुलूस निकालकर कल आम हड़ताल के समर्थन का आह्वान किया।
इंकलाबी नौजवान सभा (इनौस ) के नेता सुमित गौतम व आइसा के विवेक ने कहा कि गाँव में खेती लाभदायक रोज़गार नहीं रह गया। फसल के अलाभकारी दाम, क्रय केन्द्रों की मनमानी, बिजली की दर में बढ़ोत्तरी, आवारा पशुओं का आतंक आदि के चलते गाँव के तमाम नौजवान पहले से ही खेती छोड़ने को मजबूर होते जा रहे थे। सरकार के तमाम दावों के बावजूद मनरेगा की दशा खराब ही है। उस पर सरकार तीन किसान विरोधी कानून भी ले आई है। जो किसान तमाम बेतुकी शर्तों और क्रय केन्द्रों पर अनावश्यक समय लगाने और उनके अनियमित होने के चलते, क्रय केन्द्रों पर जाकर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम0एस0पी0) पर अपना अनाज बेचने की बजाय आढ़तियों के पास औने-पौने दामों पर फसल बेचने के लिए मजबूर हैं, उनसे किसी दूसरे जिले या राज्य में जाकर अपना अनाज बेचने के लिए ’आज़ाद’ होने की बात करना, उनका मज़ाक उड़ाने जैसा है।
सरकार ने मंडिया खत्म कर दी हैं और कानूनों में कहीं भी एम0एस0पी0 पर सरकारी खरीद को बाध्यकारी नहीं बनाया है। असल में, यह छूट केवल बड़े-बड़े व्यापारियों के लिए है। इससे किसान की फसल के दाम और गिरेंगे। ऐसा मौजूद समय में धान की खरीद में साफ दिखाई दे रहा है। किसान आढ़तियों के पास अपना अपना धन पिछले साल से भी कम मूल्य में बेचने को मजबूर है। साथ ही, सरकार ने तिलहन, दलहन, अनाज और आलू आदि के भण्डारण की सीमा समाप्त कर, जमाखोरी को ही बढ़ावा दिया है। नतीजा आलू, प्याज, दाल आदि के दामों में बेतहाशा वृद्धि के रूप में साफ दिखाई दे रही है। इसी के साथ सरकार ठेका खेती भी शुरू करने जा रही है। जहां या तो एक किसान खुद ही अपने खेत में मजदूर बनने के लिए मजबूर हो जायेगा या अपनी ज़मीन पट्टे पर बड़ी-बड़ी कम्पनियों को दे देगा। पट्टे पर ज़मीन के मालिकाना हक पर विवाद होने पर एक किसान अदालत भी नहीं जा पायेगा। इससे गांवों में बेरोज़गारी और बढ़ेगी।
आइसा और इनौस नेताओं ने किसान विरोधी, देश विरोधी तीनों कृषि कानून, बिजली बिल में प्रस्तावित संशोधन वापस लेने की मांग पर कल होने वाले भारत बंद में नौजवानों- छात्रों से शामिल होने की अपील की।
जुलूस प्रदर्शन में इनौस के प्रदेश सचिव सुनील मौर्य, आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष शक्ति रजवार, पंकज कुमार, चन्द्रगुप्त मौर्य, आकाश वर्मा, अजीत यादव, इंद्रपाल सिंह, मनोज कुमार, नीरज गौतम, विक्रम वर्मा समेत कई छात्र शामिल रहे।