कयामुद्दीन अंसारी
आज दिनांक 19 जनवरी 2019 को बिहार विधालय रसोइया संघ के बैनर तले जिला पदाधिकारी भोजपुर के समक्ष प्रदर्शन हुआ ।
यह प्रदर्शन विधालय रसोइयो को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, मानदेय प्रतिमाह 18000 करने, 45 वे व 46 वें भारतीय श्रम सम्मेलन की सिफारिश के मद्देनजर रसोइयो को मजदूर का दर्जा देने, 3000 प्रतिमाह पेंशन, ईपीएफ, इएसआइ, चिकित्सा सुविधा देने, 10 माह की जगह 12 माह का मानदेय देने, सभी रसोइयो को नियुक्त /चयन पत्र देने सहित 14 सूत्री मांगो को लेकर चल रहे रसोइयो के हड़ताल के 13 वें दिन हुआ.
प्रदर्शन से पूर्व भाकपा माले जिला कार्यालय से दिन के 12 बजे एक जुलुस निकाल जो आरा शहर के विभिन्न मार्गो – मिल रोड, नवादा चौक, नवादा थाना, नहर विभाग होते हुए जिला मुख्यालय आरा पहुंचा ।
प्रदर्शन के दौरान जिला मुख्यालय पर मौजूद अधिकारीयो से रसोइयो की झड़प हुई तब वहां महिला मजिस्ट्रेट पहुंची जिन्हे चौदह सूत्री मांगो का मांग पत्र सौंपा गया ।बिहार विधालय रसोइया संघ के बैनर तले चल रहे प्रदर्शन मे जिला पदाधिकारी के गेट पर सभा का आयोजन हुआ।
बिहार विधालय रसोइयो के सभा का संचालन ऐक्टू के प्रदेश सचिव क्यामुद्दीन अंसारी ने की ।सभा को संबोधित करते हुए बिहार विधालय रसोइया संघ के प्रदेश अध्यक्ष काॅमरेड सरोज चौबे ने कहा कि नीतीश मोदी की सरकार महिला सशक्तिकरण और समाजिक न्याय की बात करती है दूसरी तरफ महिला श्रम का शोषण कर रही है ।
काॅमरेड सरोज चौबे ने कहा कि नीतीश कुमार रसोइयो को धमका रहे है ये रसोईया किसी नीतीश कुमार की धमकी से डरने वाली नही है और पुरे बिहार मे मिड डे मील रसोइयो के हड़ताल से ठप पड गया है* ।
रसोईयो की सभा को संबोधित करते हुए ऐक्टू के राज्य सचिव क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा कि विधालय रसोइयो के मांगो के प्रति विहार सरकार संवेदनहीन है और उदासीन रवैये अपना रही है ।ऐक्टू नेता ने कहा कि सरकार रसोईयो से बेगार ले रही है ।श्री अंसारी ने कहा कि नीतीश मोदी की सरकार जब तक रसोइयो की मांगे पुरी नही करती हड़ताल जारी रहेगा ।वक्ताओ ने कहा कि 23 और 24 जनवरी को पुरे बिहार की रसोइया मुख्यमंत्री के समक्ष पटना मे प्रदर्शन करेगी ।
आज के रसोइयो के कार्यक्रम मे सामिल प्रमुख लोगो मे रसोईया संघ की संयोजक संगीता सिंह, इन्दू सिंह, निलम कुंवर, सुनीता देवी, ललिता देवी, यदुनंदन चौधरी, बालमुकुंद चौधरी ऐटक के नागेन्द्र राम, ममता देवी, राजु यादव, दिलराज प्रीतम, माया देवी, शोभा मंडल, अभय कुमार पांडेय, धरम कुमार थे.