जनविरोधी सीएए, UAPA, श्रम कोड व एनईपी 2020 नीतियों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी
19 नवंबर 2021, प्रयागराज। किसान विरोधी तीनों कृषि कानून को वापस लिए जाने पर देशव्यापी आह्वान के तहत ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) व इंकलाबी नौजवान सभा (इनौस) ने संयुक्त रूप से स्वराज भवन के सामने से छात्रसंघ भवन इलाहाबाद विश्वविद्यालय तक विजय जुलूस निकाला। शहीद लाल पद्मधर प्रतिमा पहुंच कर यह सभा में तब्दील हो गया, जिसे सम्बोधित करते हुए आइसा इविवि के इकाई सचिव मनीष कुमार ने कहा कि देश के इतिहास में दो प्रमुख आंदोलनों – सीएए विरोधी और तीन कृषि कानून विरोधी आंदोलन ने बीजेपी-आरएसएस की मोदी सरकार से राष्ट्रवाद का तमगा छीन लिया है। इन आंदोलनों ने यह साबित किया है कि इस देश की गरीब-आवाम, शहीद जवान व किसान असली देशभक्त हैं । उन्होंने कहा कि कृषि कानून खत्मा तो अभी झांकी है, सीएए – श्रम कोड, यूएपीए-एनइपी 2020 अभी बाकी है!
मजदूर संगठन ऐक्टू प्रदेश सचिव कॉमरेड अनिल वर्मा ने कृषि कानून वापस लेने के मोदी सरकार के फैसले का स्वागत किया, कहा कि पूंजीपतियों की हितैषी मोदी सरकार जब भी देश विरोधी कानून लाएगी तो ऐसे ही जनांदोलन उभरेगा।
इंकलाबी नौजवान सभा (इनौस ) के प्रदेश सचिव सुनील मौर्य ने कहा कि सरकार संगठित आंदोलन से ही पीछे हटती है। यह एक बड़ी जीत है, अभी सीएए, श्रम कोड, यूएपीए, नई शिक्षा नीति रद्द करने, एमएसपी की गारंटी व रोजगार को मौलिक अधिकार बनाने की लड़ाई जारी रहेगी।
आइसा इविवि इकाई उपाध्यक्ष विकास गोंड ने कहा कि किसान आंदोलन ने मोदी सरकार की दिनचर्या ही बदल दी, तानाशाही फरमान अक्सर रात में जारी करने वाले मोदी जी का आज सुबह सबेरे दिन में 9:00 बजे माफीनामा आया है। यह किसानों के सैकड़ों शहादत देने के बाद जीत ऐतिहासिक जीत है।
जुलूस प्रदर्शन के दौरान छात्र -युवा- मजदूर -किसान मिलकर बदलो हिंदुस्तान!, छात्र -नौजवान- महिला- मजदूर- किसान एकता जिंदाबाद !, चारों श्रम कोड वापस लो!, सीएए रद्द करो !, नई शिक्षा नीति रद्द करो!, निजीकरण पर रोक लगाओ, रोजगार को मौलिक अधिकार बनाओ इत्यादि नारे लगाए।
छात्रसंघ भवन पर पहुंचकर लाल पदमधर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नेताओं ने कहा कि तीनों कृषि कानून की वापसी का ऐलान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा करना किसान आंदोलन की ऐतिहासिक जीत है, जिसमें लगातार छात्र- नौजवान -मजदूर महिला पूरी ताकत के साथ सहयोग किए ।सभा के बाद आइसा-इनौस के कार्यकर्ताओं ने मिठाई बांटकर खुशी मनाई।