नई दिल्ली। लक्ष्मीबाई कॉलेज (विश्वविद्यालय दिल्ली) हिन्दी विभाग की विभागाध्यक्ष रंजीत कौर द्वारा एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.नीलम को विभागीय बैठक में असभ्य हिंसक व्यवहार करने और थप्पड़ मरने की घटना की लेखक -कलाकार संगठनों ने कड़ी निन्दा की है।
दलित लेखक संघ, जनवादी लेखक संघ, प्रगतिशील लेखक संघ, जन संस्कृति मंच, जन नाट्य मंच, इप्टा, न्यू सोशलिस्ट इनिशिएटिव,
अभदलमं, संगवारी ने एक साझा बयान में कहा कि डॉ. रंजीत कौर ने डॉ. नीलम को केवल इतना कहने पर थप्पड़ मार दिया कि वे उस मीटिंग के मिनट्स पर उन्हें पढ़ने के बाद अपने हस्ताक्षर करना चाहती हैं। वे पढ़तीं उससे पूर्व ही उन्होंने डॉ. नीलम को थप्पड़ मारकर अपनी मानसिक स्थिति का परिचय दे दिया। यह घोर निंदनीय, दंडनीय और अमानवीय है।
बयान में कहा गया है कि यह इंडियन पेनल कोड की धारा 323 एवं अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति ऐक्ट के अनुसार भी दण्डनीय अपराध है। यह अधिकारों के दुरुपयोग का मामला भी बनता है। लेखक-कलाकार संगठनों ने डॉ. रंजीत कौर एवं सम्बन्धित अधिकारी के विरुद्ध मामले की निष्पक्ष जांच तथा भारतीय दंड संहिता के तहत यथोचित कार्यवाही की मांग की है।