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यह दुर्घटना नही,  इफको प्रबंधन द्वारा मजदूरों की हत्या है- ऐक्टू

प्रयागराज। ऐक्टू के राष्ट्रीय सचिव डॉ कमल उसरी इफको फ़ुलपुर ठेका मजदूर संघ (सम्बद्ध ऐक्टू) के मंत्री देवानंद ने कहा है कि इफको के फूलपुर कारखाने में मंगलवार को हुई ब्यायलर फटने की घटना इफको प्रबंधन की लापरवाही का परिणाम है। यह कोई दुर्घटना नहीं इफको प्रबंधन द्वारा मजदूरों की हत्या है। ऐक्टू नेताओं  ने इफको प्रबंधन के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने , मृत मजदूरों के आश्रितों को स्थाई नौकरी और 50 लाख रुपए मुआवजा देने, घटना की पुनरावृत्ति न होने की गांरटी करने, घटना की  की जांच  के लिए उच्च स्तरीय जाँच समिति बनाकर दोषी अधिकारियों को बर्खास्त करें, ठेकेदार का लाइसेंस निरस्त करने की मांग की है।

मजदूर नेताओं ने कहा कि मंगलवार की दोपहर भोजनावकाश के समय कारखाने में कार्यरत मजदूर साथियों द्वारा यह खबर आई की  ब्यायलर फट गया है कई मजदूरों की मौत हो गई है और कई घायल है। हम सब इफको प्रशासन से यह जानकारी करते रहे कि वर्तमान स्थिति क्या है लेकिन प्रबंधन  किसी तरह की जानकारी देने से मुँह छुपाता रहा।

मजदूर नेताओं ने कहा कि दो दिसंबर को हुई अमोनिया प्लांट की दुर्घटना जिसमें अधिकारी कर्मचारी मजदूर समेत 5 लोगों की जान गई थी उसकी जांच अभी चल ही रही है कि यह घटना हो गई. इसमें दो मजदूर प्रदीप यादव और बाबूजी यादव की मौत हो गई है और 16 मजदूर गंभीर रूप से घायल हैं जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

डॉ कमल उसरी ने कहा यह कोई पहली घटना नही है। इससे पहले भी अमोनिया गैस लीक हो चुकी है जिसमें कई मजदूरों- अधिकारियों की मौत हो चुकी है। अभी कुछ महीने पहले एक मजदूर जो बीमार था उसे अस्पताल भेजने के बजाय काम पर भेज दिया गया और काम के दौरान उसकी मौत हो गई। बड़े संघर्ष के बाद पहली बार इफको प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई।

उन्होंने कहा कि इफको प्रबंधन के पास पुरस्कार बांटने के लिए, धार्मिक स्थलों के निर्माण के लिए चंदा देने का,अधिकारियों के ऐशो आराम के लिए बजट है, लेकिन जिन मजदूरों-कर्मचारियों के हाड़ तोड़ मेहनत से यह एशिया का सबसे बड़ा सहकारी संस्था बना हुआ है उन मजदूरों कर्मचारियों की जीवन रक्षा के लिए बजट नही है। प्रबंधन के लोगों को जरा भी इस बात का चिन्ता नहीं है,शर्म नहीं है कि तमाम सुख-सुविधाओं को तो आप पुनः इकट्ठा कर लेंगे लेकिन जिन मजदूरों की मौत हुई है उन परिवारों को क्या जबाब दोगे ?

डॉ उसरी ने कहा कि जिस कारखाने का निर्माण फ़ुलपुर क्षेत्र को खुशहाल बनाने के लिए किया गया था अब वह स्थानीय लोगों के लिए प्रबंधन की बदनीयती से अभिशाप बनता जा रहा है। आये दिन अमोनिया गैस लीक होती है, आस पास के क्षेत्र का भूमिजल स्तर लगातार नीचे जा रहा है। इफको से निकलने वाले कचड़े से प्रदूषण बढ़ रहा है, किसानों की खेती बर्बाद हो रही है।

सभी इफको ठेका मजदूरों ने शाम पांच बजे मृत मजदूरों को याद करते हुए दो मिनट का मौन रख कर श्रंद्धाजलि अर्पित की। इस मौके पर इफको फ़ुलपुर ठेका मजदूर संघ के अध्यक्ष जय प्रकाश, मनोज, त्रिलोकी पटेल, द्वारिका आदि शामिल रहे।

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