दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संगठन शिक्षक समुदाय के विभिन्न सवालों को लेकर निरंतर संघर्ष के मोर्चे पर डटा हुआ है। आइए जानते हैं DUTA के संघर्ष प्रमुख मुद्दे क्या हैं।
दिनांक 15.7.2019 को विश्वविद्यालय गेट नंबर 1 पर और 16.07.2019 को UGC में दो दिवसीय हड़ताल और धरना का आह्वान किया गया जिसे शिक्षक समुदाय का भरपूर समर्थन मिल रहा है।
DUTA ने 15 और 16 जुलाई 2019 को विश्वविद्यालय और यूजीसी पर एक्शन कार्यक्रमों के साथ दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया।
दिल्ली विश्वविद्यालय में ईडब्ल्यूएस आरक्षण के जल्द से जल्द लागू होने से सैकड़ों तदर्थ शिक्षकों का विस्थापन हो रहा है और DUTA ने मांग की है कि विश्वविद्यालय, MHRD और UGC अतिरिक्त पदों के स्वीकृत होने तक EWS आरक्षण आरक्षण को स्थगित करने पर विचार करें।
शिक्षक HEFA ऋणों के सख़्त ख़िलाफ़ हैं और DU को पूरे तौर पर सरकारी फंडिंग के समर्थक हैं।
DUTA नए सत्र के पहले दिन सभी तदर्थ शिक्षकों की पुनर्नियुक्ति की भी मांग की है। वेतन से अवैध वसूली के मुद्दे और पदोन्नति के मामलों को पिछली सेवा की गिनती के साथ पात्रता की तारीख से तुरंत संसाधित करने को भी कार्रवाई कार्यक्रमों में उजागर किया जाएगा।
सोमवार 15 जुलाई 2019 को DUTA गेट नंबर 1 पर सुबह 10 बजे से विरोध प्रदर्शन किया और मंगलवार 16 जुलाई 2019 को सुबह 10.30 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक UGC में प्रोटेस्ट डेमोंस्ट्रेशन होगा।
DUTA ने सभी शिक्षकों से अपील की है कि वे कॉलेजों और विभागों में किसी भी आधिकारिक कर्तव्यों में भाग न लेकर स्ट्राइक को सफल बनाएं, और कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाग लें ताकि शिक्षकों के पक्ष में मुद्दों को हल किया जा सके।
स्रोत- राजीब रे, डूटा अध्यक्ष
विवेक चौधरी, डूटा सचिव
5 comments
Comments are closed.