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आजमगढ़ हवाई अड्डा : खिरिया बाग के किसान-मजदूर आंदोलन को मिला कई दलों का साथ 

लखनऊ। आजमगढ़ में प्रस्तावित अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के खिलाफ चल रहे आंदोलन को लेकर दारुल शफा ए ब्लॉक कॉमन हॉल, लखनऊ में आज सर्वदलीय बैठक हुई. सर्वदलीय बैठक में सभी नेताओं ने कहा कि हम किसानों-मजदूरों के साथ हैं. इस भीषण कोहरे ठंड में अन्नदाता-मेहनकश को धरने पर बैठना पड़ रहा है यह देश का दुर्भाग्य है. सरकार की यह नीति किसान विरोधी है. ग्रामीणों और किसान नेताओं का उत्पीड़न लोकतांत्रिक आवाजों को दबाने का सियासी हथकंडा है जिसका विरोध करते हैं. इस सवाल पर हम राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मिलेंगे. खिरिया बाग आंदोलन के समर्थन में आज़मगढ़ भी आएंगे.

बैठक में समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता प्रतिपक्ष रहे राम गोविंद चौधरी, आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के डॉ राम चंद्रा, आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के दिनकर कपूर, वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के विश्वात्मा, सोशलिस्ट पार्टी इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सक्सेना, कांग्रेस से पूर्व सिंचाई मंत्री मुईद अहमद, बहुजन समाज पार्टी (कांशीराम) के संदीप यादव, सुहेल देव स्वाभिमान पार्टी के प्रदेश महासचिव राज बहादुर सिंह पटेल शामिल रहे. इस मौके पर मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित संदीप पाण्डेय, रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुऐब, भागीदारी मोर्चा के पीसी कुरील, यादव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार यादव, सचेन्द्र यादव, हनुमान यादव, इमरान आदि भी मौजूद रहे.

आज़मगढ़ से आए रामनयन यादव, राजीव यादव, वीरेंद्र यादव, राम संभार प्रजापति, अधिवक्ता विनोद यादव, अवधेश यादव ने बताया कि प्रशासन द्वारा गैरकानूनी और असंवैधानिक तरीके से भूमि अधिग्रहण की जो कार्रवाई की जा रही उससे ग्रामीणों में जमीन-मकान चले जाने के भय से लोग सदमें में हैं और अब तक 16 किसानों की जमीन-मकान जाने के सदमें से मृत्यु हो चुकी है. ग्रामीण पिछले 83 दिन से भयंकर ठंडी और कोहरे के बीच खिरिया बाग, जमुआ में धरने पर बैठने को मजबूर हैं. जबरन भूमि अधिग्रहण के लिए किए गए फर्जी सर्वे ने ग्रामीणों का जीना दूभर कर दिया है. सब काम-धाम छोड़कर अपने पुरखों की जमीन बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. ऐसे में हमारी मांग है कि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का मास्टरप्लान रदद् किया जाए.

जमीन मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा, आज़मगढ़ के तहत गदनपुर हिच्छनपट्टी, जिगिना करमनपुर, जमुआ हरीराम, जमुआ जोलहा, हसनपुर, कादीपुर हरिकेश, जेहरा पिपरी, मंदुरी, बलदेव मंदुरी व आसपास के ग्रामवासी 13 अक्टूबर 2022 से अनवरत खिरिया की बाग, जमुआ में धरने पर बैठे हैं. उनकज कहाँ है कि वे किसी कीमत पर हवाई अड्डे के लिए अपनी जमीन नहीं देंगे। वे मांग कर रहे हैं कि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का मास्टर प्लान वापस लिया जाय, किसान नेताओं के उत्पीड़न व आंदोलनकारियों पर से झूठे मुकदमे वापस लिया जाय , 12-13 अक्टूबर के दिन और रात में सर्वे के नाम पर एसडीएम सगड़ी, राजस्व अधिकारियों व पुलिसबल द्वारा महिलाओं-बुजुर्गों के साथ हुए किये गए उत्पीड़न के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाय।

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