प्रयागराज। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के नेताओं का आज दूसरे दिन भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय के पास मालवीय प्रतिमा पर भूख हड़ताल जारी रहा। आज भी प्रॉक्टर व डीएसडब्ल्यू को ज्ञापन भेज भूख हड़ताल व मांगों से अवगत कराया गया। दो दिन से भूख हड़ताल पर बैठे सोनू यादव की तबियत खराब हो गई।
भूख हड़ताल पर बैठे आइसा के इकाई सचिव सोनू यादव ने कहा कि दो दिन से लगातार हम लोग भूख हड़ताल पर बैठे हैं और मांग कर रहें हैं कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के बीच परीक्षा नहीं कराई जाएं। विश्वविद्यालय ने प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को सिर्फ अगली कक्षा में क्लास लेने की अनुमति दे रहा है, जनवरी में इनकी परीक्षा कराने पर आमादा है जबकि यूजीसी ने इन्हें प्रोन्नत करने के निर्देश भी दे चुके है।
भूख हड़ताल पर बैठे आइसा के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश पासवान ने कहा कि उच्चतम न्यायालय को परीक्षा कराये जाने का अपने आदेश पर पुनर्विचार करना चाहिए। बिहार, उड़ीसा, असम, मध्यप्रदेश समेत उत्तर प्रदेश आदि के जिले भयंकर बाढ़ की चपेट से प्रभावित हैं। एक शहर से दूसरे शहर तक अवागमन व यातायात के साधन सुलभ नहीं है और कोरोना के बढ़ते संक्रमण में छात्र कैसे परीक्षा देंगें। लाखों छात्र इसका विरोध कर रहें हैं। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि जिन राज्यों में स्थिति सामान्य नहीं है, वह राज्य परीक्षा अभी न कराए।
समर्थन देने वालों में शक्ति रजवार, आर.पी गौतम, प्रदीप ओबामा, अखिलेश रावत, राजेश कुशवाहा, शुभम यादव आदि शामिल रहे।