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सफाई मजदूर एकता मंच ने मनमोहन पार्क से श्रम आयुक्त कार्यालय तक जुलूस निकाला

प्रयागराज। समान काम के लिए समान वेतन, सातवें वेतन आयोग के अनुसार न्यूनतम वेतनमान, सभी कर्मचारियों को परमानेंट करने, नगर निगम कर्मचारियों का उत्पीड़न बंद करने, कोरोना काल के दौरान वादानुसार एक माह का वेतन देने समेत विभिन्न मांगों को लेकर सफाई मजदूर एकता मंच (संबद्ध ऐक्टू) ने आज मनमोहन पार्क से श्रम आयुक्त कार्यालय तक जुलूस निकाला।

जुलूस श्रम आयुकर कार्यालय पहुँच कर सभा में बदल गया। सभा को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (ऐक्टू) के राज्य सचिव कॉमरेड अनिल वर्मा ने कहा कि सफाई का काम रेगुलर काम है। इसको आउटसोर्स और संविदा से नहीं परमानेंट कर्मचारियों से ही कराया जाना चाहिए। जब तक सभी कर्मचारी परमानेंट नहीं हो सकते तब तक कर्मचारियों को उचित वेतन कम से कम 26000 रुपए दिया जाना चाहिए।

उन्होंने समान काम के लिए समान वेतन की वकालत करते हुए कहा कि इसको लागू करने के लिए प्रदेश के स्तर पर संगठित आंदोलन की जरूरत पर जोर दिया।

सफाई मजदूर एकता मंच के अध्यक्ष बलराम पटेल ने कहा कि दिन रात मेहनत करके सफाई कर्मचारी शहर को स्वच्छ बनाने में पूरी ताकत लगा देते हैं। बावजूद इसके उनकी बेहतरी के लिए ना तो नगर निगम और ना ही सरकार कोई ठोस कदम उठाती है। जहां हाजिरी होती है वहां किसी तरह की कोई सुविधा नहीं मिलती। सरकार द्वारा सफाई कर्मचारियों के नाम पर ढेर सारी घोषणाएं की जाती हैं लेकिन वे जमीन पर दिखाई नहीं देती।

सफाई मजदूर एकता मंच के सचिव संतोष कुमार ने कहा कि कोरोना काल के दौरान बतौर कोरोना वारियर्स कोरोना काल 2019 और 2021 में नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत, नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों ने जान जोखिम में डालकर बिना किसी सार्वजनिक अवकाश के सफाई का काम किया। उस एक महीने का वेतन इंस्पेक्टर सहित सभी कर्मचारियों को दिया जाय, जिसकी घोषणा प्रधानमंत्री ने की थी। उन्होंने कहा कि आज भी नगर निगम में स्वास्थ्य विभाग में सफाई के काम में लगे सफाई कर्मचारी, ड्राइवर, डोर टू डोर कूड़ा उठाने, सीवर लाइन में काम करने वाले कर्मचारियों का हर तरह से उत्पीड़न किया जा रहा है। उस पर तत्काल रोक लगनी चाहिए।

सफाई मजदूर एकता मंच के पूर्व अध्यक्ष राम सिया ने कहा कि 2006 में हुई संविदा भर्ती के 15% कर्मचारियों को प्रतिवर्ष स्थाई करने का वादा किया गया था लेकिन आज तक एक भी नियुक्ति स्थाई नहीं की गई। उनको स्थाई किया जाए। सभी कर्मचारियों को पीएफ व इएसआई का समुचित लाभ देने की गारंटी की जाए।

आज होने वाली त्रिपक्षीय वार्ता एएलसी के न होने से टल गई। वार्ता के लिए 14 अगस्त को दोपहर दो बजे तारीख दी गई है।  सभी कर्मचारियों से 14 को अगस्त को आने की अपील करते हुए प्रदर्शन को समाप्त किया गया।

श्रम आयुक्त कार्यालय पर हुए प्रदर्शन को सफाई मजदूर एकता मंच के उपाध्यक्ष प्रेमचंद, अजय कुशवाहा, अक्षय कुमार, अशोक राम, अशोक कुमार,अनिल बाल्मीकि, ऐक्टू के जिला अध्यक्ष सिद्धेश्वर मिश्रा, आरवाईए के प्रदेश सह सचिव सोनू यादव, प्रदीप ओबामा, अनिरुद्ध, भाकपा माले के जिला प्रभारी सुनील मौर्य ने संबोधित किया।

आज हुए जुलूस प्रदर्शन में रंजीत कुमार, गीता देवी, सोनू, समीर, मयंक  समेत सैकड़ो सफाई कर्मचारी शामिल रहे।

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