अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा ) ने आज महंगाई और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों पर रोक लगाने की मांग को लेकर देश के कई जिलों में प्रदर्शन किया.घरों से बाहर निकल कर मुहल्लों की गलियों व चौराहों पर महिलाओं ने प्रदर्शन किया. कई जगह महिलाओं ने खाली सिलेंडर और सरसों तेल के खाली डब्बों के साथ प्रदर्शन किया और नारे लगाए तो कई जगह आक्रोशित महिलाओं ने प्रधानमंत्री का पुतला फूंका.
पटना में महंगाई के खिलाफ आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि धुएं से मुक्ति का वादा करने वाली मोदी सरकार हर कुछ दिनों पर रसोई गैस की कीमत बढ़ा रही है. आज महिलाओं की आंखों में धुएं और बढ़ती महंगाई दोनों के कारण आंसू हैं. निजीकरण और पूंजीपति परस्त नीतियों के कारण महंगाई आसमान छू रही है .यह सरकार अंबानी-अडानी के मुनाफे के लिए जनता को निचोड़ने में लगी है. पिछले डेढ़ वर्षों से महामारी के कारण लोग पहले ही बेहाल हैं, उनके पास रोजगार नहीं है लेकिन सरकार महंगाई पर अंकुश लगाने की कोई कोशिश नहीं कर रही है.
विभिन्न जगह प्रदर्शनों के जरिए ऐपवा ने मांग की है कि रसोई गैस की कीमत किसी भी हाल में ₹500 से अधिक नहीं होनी चाहिए.
गरीबों के राशन में सिर्फ चावल और गेहूं ही नहीं दाल, तेल, चीनी और बच्चों के लिए दूध भी मिलना चाहिए.
विरोध प्रदर्शन के ये कार्यक्रम बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश ,पश्चिम बंगाल,झारखंड समेत कई राज्यों में आयोजित किया गया. विभिन्न जगह इन विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व मीना तिवारी, सुधा चौधरी, शशि यादव, रीता वर्णवाल, सोहिला गुप्ता, काजल दत्ता, ऐती तिर्की, शांति सेन, गीता पांडे आदि नेताओं ने किया।