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गीत गाते, नारे लगाते, हाथ में लाल झंडा लिए खेत मजदूरों, किसानों, महिलाओं, युवाओं का कारवां बढ़ चला पटना की ओर

23 अप्रैल से शुरू हुई है भाकपा माले की ‘ भाजपा भगाओ-बिहार बचाओ, लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ जन अधिकार पदयात्रा

दरभंगा, रोहतास, अरवल, जहानाबाद, बिहारशरीफ, खगड़िया आदि स्थानों से माले कार्यकर्ताओं के साथ पैदल मार्च कर रहे हैं हजारों लोग

एक मई को पटना के गांधी मैदान में होगा जन अधिकार महासम्मेलन

पटना. साम्प्रदायिक दंगों, दलित उत्पीडन तथा जनता के अधिकारों पर बढ़ते हमले के खिलाफ भाकपा माले की 23 अप्रैल से बिहार के विभिन्न हिस्सों में शुरू हुई ‘ भाजपा भगाओ-बिहार बचाओ, लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ जन अधिकार पदयात्रा ‘  30 अप्रैल की शाम तक पटना पहुंच जाएगी. विभिन्न स्थानों पर रात्रि विश्राम के बाद एक मई को एक बार फिर से पैदल मार्च करते हुए यह यात्रा गांधी मैदान पहुंचेगी जहां जनअधिकार महासम्मेलन का आयोजन किया गया है. इस महासम्मेलन को मुख्य वक्ता पार्टी के महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य संबोधित करेंगे. पदयात्रियों के अभिनंदन के लिए वाम दलों को भी आमंत्रित किया गया है.

चिलचिलाती धूप और कई प्रकार के संकटों को झेलते हुए बिहार के पांच स्थानों से से यह पदयात्रा पटना पहुंच रही है. 25 अप्रैल की सुबह रोहतास के बिक्रमगंज और दरभंगा से पदयात्रा शुरू हुई थी. दरभंगा से चली पदयात्रा गायघाट, बेनीबाद, मुजफ्फरपुुर शहर होते हुए वैशाली जिले में प्रवेश कर गई है. इसका नेतृत्व पार्टी की केंद्रीय कमिटी के सदस्य व खेग्रामस के महासचिव काॅ. धीरेन्द्र झा, ऐपवा की महासचिव काॅ. मीना तिवारी, खेग्रामस के बिहार राज्य सचिव वीरन्द्र प्रसाद गुप्ता, दरौली के विधायक सत्यदेव राम, वैद्यनाथ यादव, कृष्णमोहन आदि नेता कर रहे हैं. पार्टी महासचिव ने दरभंगा व मुजफ्फरपुर में इस जत्थे का स्वागत किया.

रोहतास से निकली यात्रा पीरो, गड़हनी, चरपोखरी, आरा होते हुए कोईलवर पुल पार कर पटना जिला के बिहटा में प्रवेश कर गई है , जहां पार्टी के पूर्व सांसद व वरिष्ठ नेता काॅ. रामेश्वर प्रसाद ने इसका स्वागत किया. इस यात्रा का नेतृत्व पार्टी की केंद्रीय कमिटी के सदस्य जवाहर लाल सिंह, अरूण सिंह, मनोज मंजिल, राजू यादव, तरारी के विधायक सुदामा प्रसाद, पूर्व विधायक चंद्रदीप सिंह, अजीत कुशवाहा, मनोहर, विजय यादव, कयामुद्दीन अंसारी, इंदू सिंह आदि नेता कर रहे हैं.

25 अप्रैल को गया और 26 अप्रैल को अरवल से चली यात्रा जहानाबाद के जत्थे से एकाकार होकर मसौढ़ी पार कर गई है. इस जत्थे का नेतृत्व पार्टी की राज्य स्थायी समिति के सदस्य महानंद, निरंजन कुमार, रामाधार सिंह, औरंगाबाद जिला के सचिव जनार्दन प्रसाद सिंह, रामबलि प्रसाद, रीता वर्णवाल, कुंती देवी, लीला वर्मा और मसौढ़ी से केंद्रीय कमिटी के सदस्य गोपाल रविदास, सत्यनारायण प्रसाद, कमलेश कुमार आदि नेता कर रहे हैं.

बिहारशरीफ से आरंभ पदयात्रा का नेतृत्व पार्टी की केंद्रीय कमिटी की सदस्य शशि यादव, नालंदा जिला सचिव सुरेन्द्र राम, नवादा जिला सचिव नरेन्द्र सिंह, मनमोहन, भोला राम, सावित्री देवी आदि कर रहे हैं.

खगड़िया के जत्थे का नेतृृत्व काॅमरेड सरोज चौबे, शिवसागर शर्मा, दिवाकर प्रसाद, नवल किशोर, अरूण दास आदि कर रहे हैं. यह जत्था बेगूसराय तक पैदल मार्च करेगी और फिर ट्रेन से पटना पहुंचेगी.

पदयात्रियों का आम जनता के अलावा जगह-जगह इंसाफ मंच-भीम आर्मी जैसे संगठनों ने स्वागत किया. दरभंगा में भीम आर्मी के अध्यक्ष राजेश कुमार ने पदयात्रियों का स्वागत किया और अपनी एकजुटता जाहिर की. वे पदयात्रियों के साथ कुछ दूर तक साथ भी चले.

मुजफ्फरपुर में इंसाफ मंच के जिला अध्यक्ष जफर आलम, आफताब आलम, मो. फहद जमां, मो. एहतेशाम आदि नेताओं ने पदयात्रा का स्वागत किया. कई स्थानों पर कुछेक दलित संगठनों का भी व्यापक सहयोग पदयात्रियों को मिला. जैमतुल राहन के डाॅ. राहत अली, आॅल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवां के नजरे आलम और कई बुद्धिजीवियों ने भी यात्रा का स्वागत किया.

सीपीआई के विधान पार्षद संजय कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर में कई बुद्धिजीवी प्रो. अरविंद डे, डाॅ. रेवती रमण, प्रो. नवल किशोर, प्रो. भवानी डे, बली अहमद, शायर मंजर आदि बुद्धिजीवियों ने यात्रा का स्वागत किया.

दलित-गरीबों, मजदूर-किसानों, छात्र-नौजवानों के अलावा अपनी मांगों के साथ बड़ी संख्या में आशाकर्मी, रसोइया, निर्माण मजदूर, स्कीम वर्कर और अन्य कामकाजी हिस्से भी पदयात्रा में शामिल हुए. उन्होंने यथा संभव पदयात्रा का स्वागत किया और पदयात्रियों के साथ कुछ दूर तक चले. आइसा, इनौस, किसान महासभा, खेतमजदूर सभा, ऐपवा, ऐक्टू, जनसंस्कृति मंच आदि जनसंगठनों के भी नेता जनअधिकार पदयात्रा में पूरी तरह से सक्रिय रहे.

भाकपा माले बिहार के राज्य सचिव कुणाल, केंद्रीय कमिटी के सदस्य काॅ. अमर व संतोष सहर ने बताया कि 30 अप्रैल को पटना पहुंचने वाली पदयात्राएं विभिन्न स्थानों पर रात्रि विश्राम करेंगी. शाहाबाद की पद यात्रा फुलवारी शरीफ, गया वाली पदयात्रा अब्दुल्लाह चक परसा बाजार, बिहारशरीफ से चली यात्रा पटना साहिब और दरभंगा का जत्था गंगा किनारे तेरसिया में रात्रि विश्राम करेगी.

माले नेताओं ने कहा कि महासम्मेलन की तैयारियां अपने अंतिम चरण में है. गांधी मैदान में धूप से बचने के लिए पंडाल लगाए जा रहे हैं. पटना में महासम्मेलन के प्रचार हेतु प्रचार गाड़ियां भी से निकली हुई हैं.

माले नेताओं ने पटना की जनता और न्यायपसंद नागरिकों से लंबी यात्रा तय कर आ रहे पदयात्रियों का पटना शहर में स्वागत करने, उन्हें यथासंभव सहायता प्रदान करने तथा महासम्मेलन को सफल बनाने की अपील की है.

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