वाराणसी. भाकपा माले और इंसाफ मंच ने 3 मार्च को सीरिया में आम नागरिकों एवं बच्चों का नरसंहार तत्काल बंद करने और अमेरिका-रूस को तुरंत सीरिया छोड़ने व सुरक्षा परिषद और भारत सरकार द्वारा तत्काल हस्तक्षेप किए जाने की मांग को लेकर अंबेडकर पार्क पर सभा की और कचहरी तक प्रतिवाद मार्च निकाला. इस मौके पर बनारस सहित कई जिलों में सारियाई मसले पर जन जागरूकता अभियान चलाने का फैसला भी लिया गया.
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले नेता मनीष शर्मा ने कहा कि सीरिया में जो नरसंहार हो रहा है वह दिलो-दिमाग को झकझोर कर रख देने वाला है. इस पर तत्काल रोक लगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सहित सभी देशों को कारगर हस्तक्षेप करना चाहिए पर खासकर संयुक्त राष्ट्र संघ का रुख और भारत सरकार की चुप्पी दोनों ही शर्मनाक है और खलने वाली है।
इंसाफ मंच के अमान अख्तर ने कहा कि सीरिया सहित पूरे मध्य पूर्व में नागरिकों के साथ जो बर्बरता हो रही है, उसके मूल में साम्राज्यवादी देश हैं जिसका नेतृत्व अमेरिका कर रहा है. इसकी वजह उस इलाके में तेल और गैस की प्रचुर मात्रा में होना है. ऐसे में हमारा मानना है कि पहला समाधान यह है कि अमेरिका और रूस जैसे देश तत्काल सीरिया सहित मध्य एशिया को छोड़ें और संयुक्त राष्ट्र संघ बातचीत का रास्ता खोले।
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ मोहम्मद आरिफ ने कहा कि भारत की विदेश नीति गुटनिरपेक्ष आंदोलन के दौर से ही कमजोर देशों के साथ खड़े होने की रही है लेकिन मोदी काल में ऐसे तमाम मोड़ों पर जैसे रोहिंग्या मसले और अब सीरिया मसले पर भारत सरकार की चुप्पी शर्मनाक है. इससे दुनिया भर में भारत के अमेरिकी जूनियर पार्टनर बन जाने का संदेश जा रहा हैए जो कि हमारे देश के स्वाभिमान के खिलाफ है.
कार्यक्रम को एमआईएम जिला अध्यक्ष ज़ाहिद, साजिद हसन. मो. फजर्लुरहमान, पार्षद रमजान अली, मो. अकील (वीर अब्दुल हमीद फाउंडेशन), मुन्नाभाई, अनिल सागर, संदीप रावत, राज सिद्दीकी, मो आबिद शेख ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में अमरनाथ राजभर, दधिबल, आरिफ, बबलू, कामता प्रसाद, प्रज्ञा, किशोरी लाल कश्यप ( एबीएसएस), सुमन देवी (महिला जागृति समिति) प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
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