लखनऊ। भाकपा (माले) की राज्य इकाई ने गैंगरेप व दरिंदों की नृशंसता की शिकार हाथरस की दलित लड़की की दिल्ली के अस्पताल में उपचार के दौरान मंगलवार को मौत हो जाने पर गहरा शोक व आक्रोश व्यक्त किया है। पार्टी ने महिलाओं पर हिंसा और खासकर दलित महिलाओं के साथ दरिंदगी की बढ़ती घटनाओं के लिए योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
आज यहां जारी बयान में माले ने कहा कि योगी सरकार के राजकाज व नीतियों से सवर्ण सामंती ताकतों और दबंगों के दिमाग सातवें आसमान पर हैं। ये ताकतें कमजोर वर्गों और विशेष रूप से दलितों पर हमलावर हैं। मुख्यमंत्री योगी की पुलिस का महिला हिंसा के मामलों में पुराना असंवेदनशील रवैया बरकरार है। बात जब दलित महिलाओं पर अत्याचार की हो, तो सुनवाई और कार्रवाई और भी मुश्किल है।
माले ने कहा कि मुख्यमंत्री की महिला हिंसा को लेकर तमाम बयानबाजी के बावजूद उक्त मामले में दरिंदों द्वारा दलित लड़की की गैंगरेप के बाद जीभ काट देने और रीढ़ की हड्डी तोड़ देने की एफआईआर पुलिस ने छेड़छाड़ की घटना के रूप में दर्ज कर अपनी जानी-पहचानी असंवेदनशीलता व ताकतवरों की पक्षधरता का परिचय दिया, क्योंकि दुराचारी गांव के दबंग सवर्णों से ताल्लुकात रखते हैं।
पार्टी ने कहा कि योगी सरकार की कानून व्यवस्था दबंग अपराधियों के लिए कोई मायने नहीं रखती और वे भयमुक्त होकर अपराध कर रहे हैं। ऐसे में हाथरस की घटना की जिम्मेदारी लेते हुए इस सरकार को पदत्याग कर देना चाहिए।
माले ने हाथरस की मृतक बेटी को न्याय और दोषियों को जल्द-से-जल्द कड़ी सजा देने की मांग की।