दिल्ली पुलिस द्वारा जामिया नगर में जामिया के छात्रों और निवासियों पर हमले की निंदा
दिल्ली पुलिस को जामिया कैम्पस और जामिया नगर को तुरंत खाली करना चाहिए
आज दिल्ली पुलिस ने जामिया छात्रों और जामिया नगर के निवासियों पर एक क्रूर हमला किया। दरअसल जामिया मिलिया इस्लामिया में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ और दिल्ली पुलिस द्वारा पहले की गई बर्बरता के विरोध में छात्र एकत्र हुए थे।
दिल्ली पुलिस द्वारा यह दूसरा बर्बर हमला था, लेकिन आज पुलिस ने सारी हदें पार कर दीं। पुलिस ने बैटन और आंसू गैस के गोले से हमला किया। पुलिस फायरिंग की भी खबरें आ रही हैं।
पुलिस ने लाइब्रेरी, शौचालय और मस्जिदों सहित परिसर में भी प्रवेश किया और छात्रों पर हमला किया।
आज जो क्रूरता सामने आई है, वह स्पष्ट संकेत है कि मोदी-शाह नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ किसी भी विरोध को कुचल देंगे। यह संकेत है कि वे इस अधिनियम का विरोध करने वाले लोगों पर दमन करेंगें ही, चाहे वह गुवाहाटी में हो या जामिया में।
हम सभी लोकतंत्र प्रेमी नागरिकों से अपील करते हैं कि वे जामिया के छात्रों और जामिया नगर के निवासियों पर हुए जघन्य हमले का और नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध करें।
सीपीआई-एमएल दिल्ली जामिया परिसर और जामिया नगर से पुलिस बल की तत्काल वापसी और हमले के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग करता है।
(रवि राय, सचिव, सीपीआई-एमएल दिल्ली की ओर से जारी)