लखनऊ। जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश ने लखीमपुर खीरी जिले के निघासन में किसानों की हत्या को सरकार द्वारा रचा गया नरसंहार बताया है और इसकी कड़ी निन्दा करते हुए गृह राज्यमंत्री को बर्खास्त किया अरने व उनके पुत्र को गिरफ़्तार करने की मांग की है।
जसम के कार्यकारी अध्यक्ष कौशल किशोर व सचिव दुर्गा सिंह द्वारा जारी बयां में कहा गया है कि लखीमपुर खीरी के निघासन तहसील के तिकोनिया में शान्तिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसानों को कार से कुचलना इतिहास की बर्बर घटनाओं में से एक है। यह सत्ता के मद में चूर संघ-भाजपा सरकार की क्रूरता, अमानवीयता और फासिस्ट सोच को प्रदर्शित करती है। इस ने लोकतंत्र के ऊपर छाये संकट के और गहरे होने का संकेत दिया है। संघ-भाजपा सरकार के गृह राज्य मंत्री की शह पर की गयी यह वारदात सोच-समझकर की गयी है। यह सरकार द्वारा रचा गया हत्याकांड है। इस घटना ने बौद्धिकों सहित समाज के सभी हिस्सों को उद्वेलित और आंदोलित किया है।
बयान में कहा गया है कि किसानों की हत्यारी भाजपा सरकार ने अब उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों का हत्याकांड रचकर आंदोलन को हिसंक बनाने का षड्यंत्र रचा है।
विदित हो कि काला झंडा लेकर राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का शांतिपूर्ण विरोध के लिए जा रहे किसानों पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ने अपनी गाड़ी चढ़ाई और गोली चलाई।
इस घटना में चार किसानों की मौत हो चुकी है और कई गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों में तराई किसान संगठन के नेता तेजेंदर विर्क भी शामिल हैं, जिन्हें गम्भीर चोटें लगी हैं और वे अस्पताल में भर्ती हैं।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी, जो इसी क्षेत्र के सांसद हैं, ने आंदोलनकारी किसानों को कुछ दिन पहले ही गालियां दी थी और धमकाया था कि तुम अभी मुझे नहीं जानते हो! तुम सभी से निपटने में महज दो मिनट लगेगा। उनके बेटे ने इसे अंजाम तक पहुंचाया। उसने लखीमपुर खीरी जिले के निघासन क्षेत्र में शांतिपूर्ण विरोध के लिए जा रहे किसानों पर अपनी गाड़ी चढ़ाई। गाड़ी के नीचे कई लोगों के आने बाद भी उसका जी नहीं भरा और उसने किसानों पर गोली भी चलाई।
जन संस्कृति मंच हत्यारे मंत्री पुत्र पर धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज करने, उसकी तत्काल गिरफ्तारी करने तथा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को मंत्री पद से तत्काल बर्खास्त करने की मांग करता है।