जनमत कहानी दो फैसलों की : आसिया बीबी और सबरीमालाराम पुनियानीNovember 17, 2018November 17, 2018 by राम पुनियानीNovember 17, 2018November 17, 20188 1762 आज दोनों पड़ोसी देशों में कई मामलों मे एक-से हालात हैं। कुछ दशक पहले तक भारत का चरित्र अपेक्षाकृत लोकतांत्रिक, उदार एवं धर्मनिरपेक्ष था किंतु...
ज़ेर-ए-बहस जेल का भय रिश्ते का आधार नहीं, संवैधानिक नैतिकता से बनेगा लोकतांत्रिक समाजकविता कृष्णनSeptember 29, 2018September 29, 2018 by कविता कृष्णनSeptember 29, 2018September 29, 201802351 अगर हमारे कानून सामाजिक नैतिकता के आधार पर बनने लगे तो सोचिए कि हमारे समाज का क्या होगा ! क्योंकि सामाजिक नैतिकता तो अक्सर यही...