पुस्तक कितने बहानों के बीच देश काल: अरुणाभ सौरभ का काव्य संग्रह ‘किसी और बहाने से’समकालीन जनमतAugust 22, 2021August 22, 2021 by समकालीन जनमतAugust 22, 2021August 22, 20210717 रोमिशा जाने कितने बहानों से कवि अपने ईर्द -गिर्द के समाज, देश, काल में क्या सब देख लेता है और उसी देखने के क्रम में...
कविता रोमिशा की कविताओं में मैथिल स्त्री का अंतर्जगत बहुत मुखर हैसमकालीन जनमतNovember 15, 2020November 17, 2020 by समकालीन जनमतNovember 15, 2020November 17, 202001900 रमण कुमार सिंह हाल के वर्षों में जिन युवा कवयित्रियों ने मैथिली साहित्य के क्षितिज पर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज की है, उनमें रोमिशा प्रमुख...