शख्सियतसाहित्य-संस्कृतिस्मृति महाजनी सभ्यता : प्रेमचंदसमकालीन जनमतJuly 27, 2019July 27, 2019 by समकालीन जनमतJuly 27, 2019July 27, 2019012011 महाजनी सभ्यता मुज़द: ए दिल कि मसीहा नफ़से मी आयद; कि जे़ अनफ़ास खुशश बूए कसे मी आयद। ( हृदय तू प्रसन्न हो कि पीयूषपाणि...
जनमतस्मृति प्रेमचंद और अक्तूबर क्रांतिप्रेमशंकर सिंहJuly 31, 2018July 31, 2018 by प्रेमशंकर सिंहJuly 31, 2018July 31, 201803642 साम्राज्यवाद-उपनिवेशवाद विरोधी रवैये का एक निरंतरता में अनुपालन जितना प्रेमचंद के यहाँ दीखता है, वैसा हिंदी के किसी और लेखक में नहीं. असंख्य मजदूर, किसान,...