( तस्वीरनामा की दूसरी कड़ी में पूरी जिंदगी जनता के सुख-दुःख, जय-पराजय और श्रम-संघर्ष को अपने चित्रों से चित्रित करने वाले चित्रकार चित्तप्रसाद द्वारा...
( तस्वीरनामा की पहली कड़ी में उन्नीसवीं सदी के यथार्थवादी चित्रकला धारा के अग्रणी चित्रकार ज्याँ गुस्ताव कोरबे (1819-1877) के चित्र ‘ पत्थर तोड़ने वाले...