पुस्तक पिकेटी का हालिया चिंतन और समाजवाद का सपनागोपाल प्रधानJanuary 15, 2024January 15, 2024 by गोपाल प्रधानJanuary 15, 2024January 15, 20240822 2021 में येल यूनिवर्सिटी प्रेस से थामस पिकेटी की फ़्रांसिसी में 2020 में छपी किताब का अंग्रेजी अनुवाद ‘टाइम फ़ार सोशलिज्म: डिसपैचेज फ़्राम ए वर्ल्ड...
इतिहास क्यों डरती रही हैं भारत की सरकारें 1857 सेसमकालीन जनमतMay 11, 2018May 11, 2018 by समकालीन जनमतMay 11, 2018May 11, 201803653 1857 ने जिस राष्ट्रवाद का आगाज किया था, उसकी विरोधी शक्तियां आजाद भारत में सत्ता के शिखर पर पहुंच चुकी हैं. यानी पहली जंग-ए-आजादी ने...