जनमतशख्सियतस्मृति अलविदा शौक़त आपासमकालीन जनमतNovember 23, 2019November 23, 2019 by समकालीन जनमतNovember 23, 2019November 23, 201901784 अली जावेद कैफी़ ने कहा था: एलान-ए-हक़ में ख़तर-ए-दार-ओ-रसन तो है लेकिन सवाल ये है कि दार-ओ-रसन के बाद? याद कीजिये तरक़्की़पसंद अदबी तहरीक का...