समकालीन जनमत

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ज़ेर-ए-बहस

अगर कहीं मैं तोता होता, तो क्या होता ?

रवि भूषण
कई दशक पहले एक हिन्दी कवि ने एक कविता लिखी थी ‘अगर कहीं मैं तोता होता, तो क्या होता ?’ पांच वर्ष पहले सुप्रीम कार्ट...
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